मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज हेलीकॉप्टर से नालंदा जिले के अंतराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर पहुंचे. जहां उन्होंने हैलीपेड से उतरकर कार्यकर्ताओं से मुलाकत की. इस दौरान उन्होंने राजगीर के बैभारगिरी पर्वत पर रविवार को लगी भीषण आगजनी की घटना का हवाई सर्वेक्षण कर जायज़ा लिया. आपको बता दें कि यह 2 दिन तक पहाड़ी के जंगलों पर 4 किलोमीटर तक फैली रही और इसमें कई जड़ी बूटियों से लेकर वन संपदा की छती होती रही. यह सिर्फ इस वर्ष नहीं बल्कि प्रत्येक वर्ष की बात है. गर्मी के मौसम में अगलगी की घटना किसी न किसी पहाड़ियों पर राजगीर में होती रहती है.
जंगलों में फैली थी आग
आग को बुझाने के लिए 5 जिलों दमकले पहुंची. 36 दमकल की गाड़ियां और 500 से अधिक कर्मियों को इस काम में लगाया गया था. वैभार गिरी पर्वत राजगीर के पंच पहाड़ियों में एक प्रमुख पर्वत है. इस पर्वत पर जैन समुदाय के कई मंदिर स्थापित हैं. इनमें श्री पार्श्वनाथ भगवान, श्री महावीर स्वामी, श्री मुनीसुव्रत स्वामी, श्री वासुपूज्य भगवान, श्री धन्नाशाली भद्र और श्री गौतम स्वामी जी का मंदिर है.
कई बार लग चुकी है आग
कई बार आग लगने के बाद भी आग बुझाने के लिए कोई व्यापक इंतजाम यहां नहीं किए गए हैं. मात्र हरे पत्तों और डंडों के सहारे से ही यहां आग बुझाई जाती है. पहाड़ी पर अग्निशामक के वाहन नहीं जा पाते, यही कारण है कि आग बुझाने में समय लग जाता है. आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन्हीं मुद्दों पर राजगीर अंतराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर हॉल राजगीर में ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. जहां सभी संबंधित अधिकारियों से इस विषय पर खुलकर चर्चा हुई. वहीं, इस विषय पर अन्य लोगों की राय भी ली गई और इससे निपटने के लिए उपाय पर मंथन हुए.
वहीं, साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आगमन से लेकर जाने तक को लेकर हैलीपेड से लेकर कन्वेंशन हॉल तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी.
HIGHLIGHTS
- राजगीर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार
- वैभारगिरी पहाड़ का किया हवाई निरीक्षण
- कुछ दिन पहले पहाड़ पर लगी थी आग
- करीब 4 किमी तक जंगलों में फैली थी आग
Source : News State Bihar Jharkhand