सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को लेकर इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं. दिल्ली में कांग्रेस आला नेतृत्व से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार केंद्रीय राजनीति को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने कोलकाता पहुंचे हैं. इस दौरान उनके साथ संजय झा मौजूद रहे. कोलकाता एयरपोर्ट से तीनों नेता एक ही कार में सवार होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के लिए निकले. आज ही सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात करेंगे.
सीएम नीतीश कुमार का बयान
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने की अपनी कोशिशों के बारे में नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि हम बीजपी के खिलाफ देश के अधिक से अधिक दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. हम सभी प्रयास करेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे.
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'सीएम का महागठबंधन का पूरा समर्थन करेगी'
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने की वकालत की है. दरअसल शेखपुरा से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने गरीब संपर्क यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की. इस दौरान हम पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, मंत्री संतोष कुमार सुमन समेत कई विधायक और पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे. टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत का अगला प्रधानमंत्री बनाए जाने को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि महागठबंधन उनका पूरा समर्थन करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि ये बिहार का गौरव होगा की बिहार से भारत का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री होंगे.
पूर्व उपमुख्यमंत्री का जोरदार हमला
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार के लखनऊ दौरे पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार से अब कोई चिंता नहीं है. उन्हें बस एक ही चिंता है कि किस तरीके से विपक्ष को एक साथ एक मंच पर लाया जाए और यही कारण है कि वह लखनऊ जा रहे हैं. अच्छी बात है वह जाए लखनऊ, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं होगा. क्योंकि विपक्ष में भी कई ऐसे पार्टी है नेता है जो कांग्रेस को पसंद नहीं करती है. ममता बनर्जी की बात कर ले तो, ममता बनर्जी कांग्रेस को पसंद नहीं करती हैं. वहीं, कांग्रेस अखिलेश यादव को पसंद नहीं करती. इसलिए इस विपक्ष की एकजुटता का जो मुहिम नीतीश कुमार ने चलाया है वह पूरी तरीके से निराधार है और उसका कोई फायदा नहीं मिलेगा. विपक्ष तितर-बितर हो जाएगा और फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र में आएगी क्योंकि जनता ने मूड बना लिया है.
HIGHLIGHTS
- एक ही दिन में बंगाल और लखनऊ दौरा
- अखिलेश-ममता से CM करेंगे 'सीक्रेट टॉक'
- लखनऊ में अखिलेश यादव से करेंगे मुलाकात
- सीएम विपक्षी एकता को लेकर करेंगे चर्चा
Source : News State Bihar Jharkhand