बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सियासी दलों के नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है. एनडीए को बहुमत से महज 3 सीटें ही ज्यादा आने और सत्तारूढ़ जदयू के कम सीटों पर सिमट जाने को लेकर विपक्षी दल लगातार हमलावर है. इस कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ज्यादा दिनों तक मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगे. मनोज झा ने कहा कि एनडीए के पास काफी कमजोर बहुमत है.
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मनोज झा ने कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी द्वारा व्यवस्थित जदयू प्रमुख नीतीश कुमार को कमजोर बहुमत है. उनकी सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. राजद नेता ने नीतीश कुमार पर 2017 में महागठबंधन से एनडीए में जाने के लिए लोगों के जनादेश के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और बिहार की जनता अब जाग गई है. उन्होंने कहा, 'यहां तक कि राजग और भाजपा को यह स्वीकार करना चाहिए कि अगर यह बदलाव के लिए जनादेश नहीं होता तो नीतीश राज्य विधानसभा में लगभग 40 सीटें नहीं जीतते. आप (नीतीश कुमार) एक कमजोर बहुमत पर हैं, वह भी एक व्यवस्थित. कम बहुमत वाली सरकार लंबे समय तक नहीं चलती है.'
उन्होंने कहा कि राजद ने पहले ही कम वोट मार्जिन के बारे में भारत के चुनाव आयोग को बता दिया है. आने वाले दिनों में जवाबदेही की मांग करते हुए मनोज झा ने नीतीश कुमार को सड़कों पर आने की चेतावनी दी है. मालूम हो कि नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य के राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
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आरजेडी के राज्यसभा सांसद ने कहा, 'आप (नीतीश कुमार) ने लोगों के जनादेश को एक फरमान के साथ दबा दिया, लेकिन अब बिहार की जनता जाग गई है. उन्होंने जनादेश और शासनादेश के बीच अंतर देखा है. अब बिहार के लोग आपको नहीं बख्शेंगे. जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए लोग अब सड़कों पर आएंगे.'
लोजपा पर नीतीश कुमार की टिप्पणी पर झा ने कहा कि उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा, 'नीतीश के पास कोई विकल्प नहीं है. 40 सीटों वाला व्यक्ति अगला मुख्यमंत्री बनना चाहता है. भाजपा के पास अब नियंत्रण और स्क्रिप्ट है.' इससे पहले, नीतीश कुमार ने भाजपा को यह तय करने के लिए छोड़ दिया था कि चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी), जो विधान सभा चुनावों में जेडीयू के खिलाफ चुनाव लड़े, एनडीए में बनी रहेगी या नहीं.