सीएम नीतीश कुमार ने आज अपना वो घाव दिखाया है. जो उन्हें 15 अक्टूबर को छठ घाटों के निरीक्षण के दौरन लगी थी. उस समय तो उन्होंने कुछ भी नहीं कहा था. साथ ही अधिकारीयों ने कह दिया गया था कि उन्हें चोट नहीं लगी है, वो बिलकुल ठीक हैं. बात दें कि, 15 अक्टूबर को उनका स्टीमर जेपी सेतू पुल से टकरा गया था. जिससे उन्हें चोट आई थी. लेकिन आज उन्होंने अपना कुर्ता उठाकर दिखाया है कि उनके पेट में चोट लगी है. नीतीश कुमार के पेट पर पट्टियां लगी हुई थी.
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार पिछले दिनों पटना के विभिन्न छठ घाटों के निरीक्षण के लिए निकले थे. इसी दौरान जेपी सेतु पुल से उनका स्टीमर टकरा गया और उन्हें चोट लग गयी. जेपी सेतु से अचानक स्टीमर के टकराने से हड़कंप सा मच गया था, लेकिन उस दिन उन्हें चोट लग जाने की ज्यादा चर्चा नहीं हुई थी. अधिकारियों ने तो इतना तक कह दिया था कि मुख्यमंत्री को चोट नहीं आई है और वे बिल्कुल ठीक हैं.
घटना के बाद डीपीआरओ ने बताया था कि भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के स्टीमर से गंगा नदी के छठ घाटों का निरीक्षण के दौरान गांधी घाट के सामने बीच नदी में स्टीमर में तकनीकी खराबी आने से हल्का झटका लगा था, जिसके कारण स्टीमर रुक गया. उसके बाद साथ चल रहे दूसरे स्टीमर से निरीक्षण किया गया. इस दौरान किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई है. हालांकि आज नीतीश कुमार ने खुद अपना कुरता उठाकर दिखाया कि उनके पेट में चोट लग गई थी.
सीएम नीतीश कुमार ने अपना चोट दिखाकर कहीं ना कहीं विपक्ष को ये जवाब दिया है कि वो जनता के लिए सोचते हैं. उन्हें चोट आई लेकिन फिर भी वो निरिक्षण के लिए निकले हैं. हालांकि इस बार उन्होंने बाय रोड ही छठ घाटों का निरिक्षण किया. उन्होंने ये भी कहा कि क्या करें अब चोट लगी है तो काम तो करना ही है ना. उनकी बातों से साफ छलक रहा है कि वो बताना चाहते हैं उन लोगों को जो ये कहते है कि नीतीश कुमार कुछ नहीं करते.
Source : News State Bihar Jharkhand