आरजेडी चीफ लालू यादव ने महाराष्ट्र के सियासी हालात को लेकर एक बार फिर से बीजेपी पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के जैसा बिहार में कुछ भी नहीं होने वाला है. बीजेपी का दिन प्रतिदिन सफाया हो रहा है. लालू यादव ने कहा कि शरद पवार जैसी ताकत को हिलाने का प्रयास महाराष्ट में किया गया है और ये सब बीजेपी के इशारे पर हुआ है. लालू यादव ने कहा कि देश से बीजेपी का सफाया होकर रहेगा. महाराष्ट्र के सियासी हालात के लिए बीजेपी को लालू यादव ने जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बीजेपी के द्वारा ही शरद पवार जैसी ताकत को हिलाने का प्रयास किया गया है लेकिन बीजेपी को कोई विशेष सफलता नहीं मिलने वाली है.
भाई-भाई में नफरत फैलाने का हो रहा काम: लालू यादव
वहीं, केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए लालू यादव ने कहा कि आज देश में भाई से भाई को लड़ाने का काम चल रहा है. भाई और भाई के बीच नफरत फैलाई जा रही है. हम सभी मिलकर भारत की रक्षा करेंगे. लालू यादव ने का कि बीजेपी आरक्षण पर खतरा पैदा कर रही है. पीएम नरेंद्र मोदी से ज्यादा भ्रष्टाचार कोई भी नहीं कर रहा है. इस समय देश का संविधान ही खतरे में हैं. भाई-भाई में नफरत फैलाने का काम हो रहा है.
नीतीश पर लिखी किताब का किया विमोचन
दरअसल, पटना में सीएम नीतीश कुमार की जीवनी पर लिखी किताब का विमोचन करने के लिए लालू यादव पुहंचे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि छोटे भाई पर लिखी किताब का लोकार्पण करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. किताब का विमोचन लालू प्रसाद यादव ने अशोक कन्वेंशन सेंटर में किया. किताब का विमोचन करने के बाद लालू यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. खासकर महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान को लेकर उन्होंने कहा कि शरद पवार की पार्टी को तोड़ा गया है लेकिन बिहार में ऐसा कुछ नहीं होने वाला है. बिहार कहां हिलता-डुलता है, हम बिहार को कतई हिलने नहीं देंगे लेकिन बिहार से बीजेपी का सफाया होना तय है। लालू ने कहा कि वे लोग राम रहीम के बीच लड़ाई लगाना चाह रहे हैं. दोनों के बीच नफरत की दीवार खड़ी कर रहे हैं. देश के संविधान पर हमला हो रहा है. हम सबी मिलकर देश को बचाएंगे.
हम नीतीश के बारे में सब जानते हैं...
नीतीश कुमार के साथ के पुराने समय को लालू यादव ने याद किया. उन्हंहोंने कहा कि मैं तो नीतीश कुमार के बारे में सबकुछ जानता हूं. किताब बहुत मोटी है. पढ़ने में समय लगेगा. आपलोग पढ़िए.. मैं तो नीतीश के बारे में हर बात जानता हूं.
महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. शरद पवार की पार्टी में हुई इस टूट के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने दावा किया है कि बिहार में भी विपक्षी दलों में ऐसी टूट हो सकती है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बीजेपी ने विपक्षी एकता पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक कर दी? क्या पटना का बदला महाराष्ट्र से लिया गया? महाराष्ट्र में शरद पवार को आखिरकार भतीजे अजित पवार और उनके कई करीबी नेताओं ने दगा दे ही दी. शरद पवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे थे.
विपक्षी एकता पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक
23 जून को बैठक में शामिल होकर पवार महाराष्ट्र लौटे. एक हफ्ता पूरा हुआ ही था कि उन्हें अपने राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा झटका लगा. भतीजे अजित पवार और करीबी नेता छगन भुजबल के अलावा कई विधायकों ने शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया. 2 जुलाई के दिन बीजेपी ने नीतीश की विपक्षी एकता पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक कर दी. जो पूरे विपक्ष के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. महाराष्ट्र में आये इस सियासी भूकंप के झटके बिहार में सीएम नीतीश कुमार को भी फील हुए हैं. उन्हें पूरा भरोसा था कि सभी पार्टियां एक छत के नीचे आई हैं तो बेंगलुरू की अगली विपक्षी एकता वाली बैठक में बात बन जाएगी, लेकिन विपक्षी एकता पर इस पहली सर्जिकल स्ट्राइक ने नीतीश को जो नुकसान पहुंचाया है, वो सिर्फ वही जान सकते हैं.
ये भी पढ़ें-Bihar Politics: BJP ने महाराष्ट्र से दिया पटना का जवाब ! शरद के जरिए नीतीश को संदेश
अब आगे क्या?
अब सवाल ये कि आगे क्या? अब ये माना जा रहा है कि बीजेपी ने विपक्षी एकता का जवाब अब इसी तरह के सियासी हमलों से देने का मन बना लिया है. यह भी माना जा रहा है कि बिहार में भी बीजेपी JDU के उन विधायकों की तलाश में है, जो इस तरह के मौके की फिराक में चुप बैठे हैं. ऐसे में क्या बीजेपी की तरफ से कोई और पॉलिटिकल सर्जिकल स्ट्राइक होगी, इसका डर तो विपक्ष में पसर ही गया है.
अजित पवार ने चाचा शरद पवार को दिया गच्चा
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उथलपुथल देखने को मिल रहा है. इस बार यह उलटफेर एनसीपी में हुआ है. चाचा और भतीजे की राजनीतिक लड़ाई अब सबसे सामने आ गई है. एक तरफ महाराष्ट्र की सत्ता में अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए हैं तो दूसरी तरफ शरद पवार राज्य भ्रमण में निकल गए हैं. एनसीपी के पास कुछ 54 विधायक हैं. पार्टी और चुनाव चिह्न के लिए दो तिहाई बहुमत जरूरी है. जिनके पास 36 से ज्यादा विधायक होंगे, पार्टी पर उनकी ही दावेदारी मजबूत रहेगी. अजित पवार ने पहले ही दावा कर दिया है कि उनके पास 42 विधायक और 6 एमएलसी हैं. शरद पवार के पास अब उनके करीबी नेता ही बचे हुए हैं. इस बीच शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के प्रवक्ता आनंद दुबे ने दावा किया कि है कि अजित पवार के साथ केवल 9 विधायक गए हैं.
HIGHLIGHTS
- लालू यादव ने बीजेपी पर बोला करारा हमला
- महाराष्ट्र के सियासी हालात को लेकर किया कटाक्ष
- कहा-शरद पवार जैसी ताकत को हिलाने की हो रही कोशिश
- बीजेपी का दिन ब दिन हो रहा सफाया-लालू यादव
- नीतीश कुमार पर लिखी किताब का लालू ने किया विमोचन
Source : News State Bihar Jharkhand