बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर पेंच फंस गया है. जहां कांग्रेस की मांग है कि कैबिनेट विस्तार हो ताकि संख्या के हिसाब से उन्हें उन्हें भी 4 मंत्री पद मिल सके, लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ये साफ कर दिया है कि कैबिनेट का विस्तार नहीं होगा. वहीं, अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कह दिया है कि कैबिनेट विस्तार का निर्णय तेजस्वी यादव ही लेंगे. ऐसे में ये तो साफ है कि नीतीश कुमार ने खुद को बचाते हुए तेजस्वी के कंधे पर अब कांग्रेस को संभालने की जिम्मेदारी दे दी है.
तेजस्वी लेंगे कैबिनेट विस्तार का फैसला
दरअसल समाधान यात्रा पर रोहतास पहुंचे सीएम नीतीश से जब कैबिनेट विस्तार पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसमें जो भी करना है वो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ही तय करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के लोग आपस में बैठकर तय कर लें, जो कहेंगे वैसा ही होगा. एक तरफ जहां सीएम नीतीश कह रहे हैं कि फैसला तेजस्वी को लेना है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि ये तेजस्वी का विभाग है ही नहीं फैसला मुख्यमंत्री को ही लेना होगा. ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार को लेकर एक बार फिर महागठबंधन में तकरार देखने को मिल सकती है.
पटना पहुंचते ही अखिलेश ने मंत्री पद की कर दी मांग
बिहार में जब महागठबंधन की सरकार बनी तो नीतीश कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्री बनाए गए थे, लेकिन सरकार गठन के कुछ दिन बाद ही कांग्रेस ने अखिलेश सिंह को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था और अखिलेश सिंह ने पटना पहुंचते ही दो और मंत्री पद की मांग कर दी थी. जिसके बाद से ही कैबिनेट विस्तार की मांग बिहार कांग्रेस के तरफ से की जा रही है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश ने भी कहा था कि खरमास के बाद कैबिनेट का विस्तार होगा, लेकिन लंबा समय बीच जाने के बाद भी कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ.
नहीं होगा कैबिनेट का विस्तार
कांग्रेस के तरफ से यह दावा भी किया जा रहा था खरमास के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद कैबिनेट का विस्तार करेंगे लेकिन कुछ दिनों पहले ही तेजस्वी यादव ने ये साफ कर दिया था कि कैबिनेट के विस्तार को लेकर निर्णय ले लिया गया है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के मांगों को लेकर फिलहाल पार्टी के तरफ से कोई भी विचार नहीं किया गया है. उन्होंने कह दिया है कि अभी कोई भी कैबिनेट का विस्तार नहीं होगा. उन्होंने अपने बयान में ये भी कहा कि, मुझे तो ये समझ में ही नहीं आ रहा है कि आखिकार ये बात कहां से निकल कर सामने आई है. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बात को लेकर महागठबंधन के अंदर कोई भी बात फिलहाल नहीं हुई है.
अखिलेश प्रसाद सिंह लगातार कैबिनेट विस्तार की कर रहे थे मांग
आपको बता दें कि जब से बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान अखिलेश प्रसाद सिंह ने संभाला है तब से ही वो सीएम नीतीश कुमार से कैबिनेट विस्तार की मांग कर रहे हैं. बिहार प्रदेश की कमान संभालन के बाद ही जब उनकी पहली प्रेस कॉफ्रेंस हुई थी तब ही उन्होंने ये मांग उठा दी थी. उन्होंने कहा था कि विधानसभा में अपने विधायकों की संख्या के आधार पर कैबिनेट में कांग्रेस को चार मंत्री पद मिलना ही चाहिए. उन्होंने ये भी कहा था कि सीएम नीतीश कुमार से खुद उन्हें आश्वासन भी दिया है.
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कांग्रेस से केवल 2 विधायक ही बने थे मंत्री
अगस्त 2022 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी थी, तब आरजेडी कोटे से तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम बनाया गया था. विधायकों की संख्या के हिसाब से आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, जिससे देखते हुए आरजेडी के 16 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन फिर बाद में जब मंत्रियों को लेकर सवाल खड़े हुए तो सुधाकर सिंह और कार्तिक कुमार को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया. इसके अलावा जेडीयू से 11, कांग्रेस से 2, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा से 1 और एक निर्दलीय विधायक मंत्री बने थे.
HIGHLIGHTS
- कैबिनेट विस्तार का निर्णय तेजस्वी यादव ही लेंगे - मुख्यमंत्री
- आरजेडी और कांग्रेस के लोग आपस में बैठकर तय कर लें - मुख्यमंत्री
- ये तेजस्वी का विभाग नहीं फैसला मुख्यमंत्री को ही होगा लेना - कांग्रेस
- पटना पहुंचते ही अखिलेश सिंह ने मंत्री पद की कर दी थी मांग
Source : News State Bihar Jharkhand