झारखंड में अवैध रूप से कोयले की तस्करी करना काफी आम बात है. प्रशासन के लाख कोशिशों के बाद भी धड़ल्ले से कोयले की तस्करी होती है. लेकिन अब इस पर रोक लगाने के लिए तीसरी आंख का इस्तिमाल किया जाएगा. बीसीसीएल भले ही पुरे देश में कोयला सप्लाई को लेकर प्रसिद्ध है लेकिन कोयला चोरी को लेकर इसने काफी सुर्खियां बटोरी है और अब इसे रोकने के लिए पंद्रह सौ सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला लिया गया है.
1500 सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला
कोयला चोरी रोकने को लेकर बीसीसीएल देश के सबसे बड़े सुरक्षा तंत्र सीआई एस एफ पर सालाना करोड़ों खर्च करता है पर कोयला चोरी रोकना उनके भी बस की बात नहीं है. देर से ही सही पर बीसीसीएल ने कोयला चोरी पर लगाम लगाने को लेकर पंद्रह सौ सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला ले लिया है. जिसको लेकर सभी एरिया के जीएम को जिमेवारी भी सौंपी जा चुकी है.
करीब 90 करोड़ का खर्च किया जाएगा
कुल लागत कैमरा लगवाने से लेकर पांच वर्षों तक रख रखाव में करीब नब्बे करोड़ का खर्च भी बीसीसीएल द्वारा किया जाएगा. इसको लेकर कुसुंडा प्रोजेक्ट मैनेजर एस के दास ने भी कहा की सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात पुर्व से ही होती आ रही है. कुछ अड़चनों की वजह से रोक लग गई थी पर वर्तमान सीएमडी समीरन दत्ता के आने के बाद सुरक्षा को लेकर काफी कुछ प्रयास किया जा रहा है.
ठेकेदारों का होगा फायदा
सबसे बड़ा सवाल लेकिन ये है की जब सैकड़ों सुरक्षा प्रहरियों के होते हुए भी आज तक कोयला चोरी नहीं रोका जा सका तो क्या तीसरी आंख कोयला चोरी रोक पाने में कामयाब होगी. अब ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. फिलहाल बीसीसीएल के इस योजना से कोयला चोरी रुके ना रुके पर सीसीटीवी लगाने को लेकर ठेकेदारों का जरुर फायदा होगा.
इनपुट - नीरज कुमार
HIGHLIGHTS
. तीसरी आंख रखेगी नजर
. 1500 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
. ठेकेदारों को होगा इससे फायदा
Source : News State Bihar Jharkhand