लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच तलाक के मामले की सुनवाई को लेकर पेंच फंस गया है. इस कारण मंगलवार को होने वाली सुनवाई पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. दरअसल जिस न्यायाधीश की कोर्ट में यह मामला था, उनका तबादला हो गया है और नए जज ने अब तक काम नहीं संभाला है. अब नए जज के पदभार संभालने के बाद ही मामले की सुनवाई होगी.
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इससे पहले नए साल पर अपनी मां और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात करने के बाद तेजप्रताप ने साफ कर दिया था कि तलाक के फैसले पर वे कायम रहेंगे. आधे घंटे मां-बेटे की मुलाकात के बाद तेजप्रताप यादव ने कहा, वे न तलाक से पीछे हटेंगे और न ही राजनीतिक लड़ाई छोड़ेंगे. उन्होंने खुला ऐलान किया कि अब लड़ाई जारी रहेगी. तेज ससुराल से काफी खफा दिख रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से अपने निजी जिंदगी के कारण चर्चा में रहने वाले तेज प्रताप अब आरजेडी कार्यालय में हर दिन 'जनता दरबार' लगा रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने को अपना मिशन बनाने वाले तेज इन दिनों फिर से राजनीतिक रूप से सक्रिय हुए हैं.
कुछ दिनों पहले तेज प्रताप यादव ने कहा था, घुट-घुटकर जीने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि अब ऐश्वर्या राय के साथ रहना मुश्किल है. तेजप्रताप ने तलाक की दाखिल अर्जी में संबंधों में सामंजस्य न होने को कारण बताया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह कृष्ण हैं, लेकिन उनकी पत्नी ऐश्वर्या राधा नहीं बन पाईं.
Source : Rajnish Sinha