भारत में बहुत सारे मंदिर हैं, संत हैं, मठ है. हर जगह की अपनी अलग अलग मान्यता होती है. कहीं पर लड्डू चढ़ाए जाते हैं तो कहीं पर पेड़े. कहीं पर नारियल चढ़ाया जाता है तो कहीं पर फल-फ्रूट यहां तक कि कुछ मंदिरों में शराब भी चढ़ाई जाती है लेकिन बिहार में एक ऐसा मंदिर है जहां बीड़ी चढ़ाकर भगवान को खुश किया जाता है. अगर कोई बीड़ी नहीं चढ़ाता है तो ऐसा कहा जाता है कि उस शख्स का अहित होता है. ये अनोखा मंदिर बिहार के कैमूर जिले में है. जिले के पहाड़ी इलाके अघौरा पहाड़ चढ़ने से पहले खुटिया इलाके में ये मंदिर है.
मंदिर मुसहरवा बाबा की है औऱ बाबा की शरण मों सैकड़ों लोग प्रतिदिन अपनी अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं. ऐसी मान्यता है कि बाबा की कृपा उसी पर बरसती है जो उनको बीड़ी चढ़ाता है. उल्टा अगर कोई इन्हें बीड़ी नहीं चढ़ाता तो उसका अनिष्ट होता है. यानि उसका अहित होता है. बाबा को बीड़ी बिल्कुल वैसे ही चढ़ाई जाती है जैसे इंसान खुद पीता है. यहां आने वाले भक्त बाबा के लिए बीड़ी लेकर आते हैं और उसे सुलगाते हैं व बाबा को भोग लगाते हैं. यहां के लोगों का कहना है कि बाबा को बीड़ी चढ़ाने पर लोगों के सभी प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं धन सम्पदा का लाभ मिलता है. रुके हुए पैसे मिलते हैं.
बाबा के मंदिर के पुजारी का कहना है कि यदि किसी भक्त के पास बीड़ी नहीं होती है तो वह बाबा के पास श्रद्धा पूर्वक कुछ पैसे दान पेटी में बीड़ी चढ़ाने के लिए डाल देते हैं. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उनके साथ अमंगल होता है. इसलिए ही यहां आनेवाले लगभग सभी भक्त पहले से ही बीड़ी लेकर अपने साथ आते हैं. सिर्फ कैमूर जिले के ही नहीं बल्कि यूपी, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से भी मुसहरवा बाबा के मंदिर में पहुंचते हैं और बीड़ी चढ़ाते हैं. बता दें कि ये इलाका नक्सल ग्रस्त इलाका माना जाता है. कभी यहां यानि अधौरा पहाड़ी पर नक्सलियों का राज हुआ करता था, लेकिन अब लोग अच्छी जिंदगी जीते हैं. बहुत पहले से मुसहरवा बाबा पर बीड़ी चढ़ाने का प्रचलन है.
जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर 1400 फिट ऊंची पहाड़ी पर भभुआ अधौरा मुख्य मार्ग मुसहरवा बाबा का मंदिर बना है. मान्यता है कि पहाड़ी घाटी चढ़ने से पहले और चढ़ने के बाद मुसहरवा बाबा को बीड़ी चढ़ाना लोगों के लिए जरूरी होता है. इससे उनके रास्तों में आनेवाले सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं. लोग सुरक्षित यात्रा करते हैं.
HIGHLIGHTS
- बाबा मुसहरवा बाबा को चढ़ाई जाती है बीड़ी
- जो बीड़ी नहीं चढ़ाता उसका होता है अहित
Source : News State Bihar Jharkhand