बिहार की राजधानी पटना में बुधवार सुबह अजीबोगरीब वाकया देखने को मिला. सरकारी अमला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का सरकारी बंगला खाली कराने पहुंचा था. वहां अधिकारियों को आवास के बाहर एक पर्ची चिपकी हुई मिली. पर्ची में लिखा था, मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए बांगला खाली कराने के लिए दबाव न डालें. पर्ची को देखकर अधिकारी असमंजस में पड़ गए. आगे की कार्रवाई के लिए वे आला अफसरों से सलाह लेने लगे. बता दें कि तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री की हैसियत से सरकारी बंगला मिला था और सरकार अब उसे वापस लेना चाहती है. भवन निर्माण विभाग ने खाली कराने को लेकर डीएम को आदेश दे दिया है. मालूम हो कि तेजस्वी यादव को जो बंगला खाली करेंगे वो उन्हें मिला था.
भवन निर्माण से जुड़े सचिव व आला अफसर बताते हैं तेजस्वी यादव जल्द ही बंगला खाली कर देंगे. इसके बाद मंत्री ने कहा कि सरकारी चीजें सिर्फ सरकारी ही होती है. तेजस्वी सम्मानित व्यक्ति हैं उम्मीद है कि खुद वह बंगला खाली कर देंगे.
कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए अधिकारी बताते हैं, तेजस्वी यादव कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे. बता दें कि इसको लेकर तेजस्वी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पिछले माह खाली करने का आदेश दिया था.
Source : Rajnish Sinha