बिहार की नीतीश कुमार सरकार पारदर्शिता के क्रम में एक और कदम बढ़ाने जा रही है. सूबे में अब जन्म और मृत्यु के आंकड़ा सार्वजनिक किया जाएगा. इसके लिए आईटी विभाग पोर्टल तैयार कर रहा है, जिसमें सभी विवरण अपलोड रहेगा. इसके लिए आंकड़े वार्ड पार्षद जुटाएंगे. प्रखंड से आंकड़ा लेकर जिले की ओर से पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक सरकार जल्द ही ये पोर्टल लांच करने जा रही है. जिसमें जन्म-मृत्यु का समग्र विवरण अपलोड होने लगेगा. ऐसी व्यवस्था करने वाला बिहार देश का पहला राज्य होगा. यह जानकारी खुद शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ट्वीट कर दी है.
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शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ट्वीट कर दी जानकारी
बिहार के शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ट्वीट करके ये जानकारी दी है. उन्होंने लिखा, 'बिहार में जन्म-मृत्यु का विवरण जल्द ही पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. ऐसी व्यवस्था करने वाला बिहार देश का पहला राज्य होगा. बिहार सरकार जनता के हित में व्यवस्थाओं को पारदर्शी बनाने का काम कर रही है.' इस कदम से लोगों को अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने से काफी राहत मिल जाएगी. जानकारी के मुताबिक, जन्म और मृत्यु की डिटेल्स अपलोड करने की तैयारी नगर विकास विभाग और पंचायती राज विभाग के माध्यम से की जा रही है. जल्द ही ये पोर्टल लांच कर दिया जाएगा.
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वार्ड पार्षद जुटाएंगे आंकड़ा
सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से कोरोना संकट के दौरान मरीजों की मौत को लेकर आंकड़े सामने आने में परेशानी हुई थी, उसी के बाद नीतीश सरकार ने ये फैसला लिया है. इसमें वार्ड पार्षद के जरिए आंकड़े जुटाए जाएंगे. हर प्रखंड से आंकड़ा लेकर जिले के पोर्टल में अपलोड किया जाएगा. इसके लिए सरकार और प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है. गौरतलब है कि कोरोना मौतों के मामले नए सिरे से जारी करने पर सरकार की काफी आलोचना हुई थी.
HIGHLIGHTS
- इसके लिए आईटी विभाग तैयार कर रहा है पोर्टल
- इसमें जन्म-मृत्यु का समग्र विवरण अपलोड होगा
- बिहार के शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी