लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने के विरोध में महागठबंधन के सभी विधायकों ने आज विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान JDU के विधायकों ने भी काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं विधायकों का कहना है कि 2024 के चुनाव से पहले केंद्र की सरकार घबरा गई है. यही कारण है कि सरकार अब हिटलर शाही की तरह काम करने लगी है. वहीं, राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी हमलावर है.
मामले पर सियासत जारी
बीजेपी के सांसद सुशील मोदी और निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. निशिकांत दुबे ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस इमरजेंसी की याद दिला रही है तो वहीं सुशील मोदी ने कांग्रेस के प्रदर्शन के तरीके पर सवाल उठाए. वहीं, राहुल की संसद सदस्यता जाने के बाद सियासत जारी है. जेडीयू ने जहां बीजेपी पर वार किया है तो बीजेपी ने पलटवार किया है.
बिहार विधानसभा में हंगामा
बिहार विधानसभा में राहुल गांधी के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने विधानसभा में मुद्दा उठाया. साथ ही BJP ने कार्यवाही बाधित करने का भी आरोप लगाया. विजय सिन्हा ने महागठंबधन पर साधते हुए कहा कि कांग्रेस को संविधान का सम्मान करना चाहिए. इस पर बीजेपी के विधायक संजय सरावगी ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. कोर्ट द्वारा सजा मिलने पर उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है. इसी तरह है कि पिछड़ा वर्ग जाने वाले प्रधानमंत्री को कोई गाली दे. बीजेपी विधायक ने कहा 2024 में नरेंद्र मोदी उपस्थित से प्रधानमंत्री बन रहे हैं. इसी भाव से विपक्ष के नेताओं में घबराहट हो गई है. अनर्गल प्रलाप कर रही है.
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द, क्या है मामला ?
राहुल गांधी ने 'मोदी' सरनेम को लेकर दिया था विवादित बयान
'मोदी' सरनेम वाले भगोड़ों की चर्चा करते हुए चोर करार दिया था
2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में दिया था बयान
बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का केस किया था
चार साल बाद सेशन कोर्ट ने फैसला सुनाया और उन्हें दोषी पाया
कोर्ट ने दो साल जेल की सजा सुनाई
सजा मिलने के बाद राहुल गांधी को जमानत मिल गई
राहुल गांधी के पास अपील दायर करने के लिए 30 दिनों का समय है
HIGHLIGHTS
- बिहार विधानसभा के बाहर राहुल के समर्थन में जेडीयू का प्रदर्शन
- काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
- महागठबंधन के विधायक भी साथ
Source : News State Bihar Jharkhand