पटना के राजभवन में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने अपने ही सरकार के शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा की स्थिति ठीक नहीं है. सरकारी स्कूलों का हाल बदतर है. स्कूलों में अच्छी पढ़ाई नहीं होती है. इसी को लेकर राज्यपाल से बात हुई और उनसे शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर कहा अभी तक बुलावा नहीं आया है, लेकिन मैं नीतीश कुमार के साथ हूं.
उन्होंने कहा कि ये सच है कि अभी तक उन्हें विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के निमंत्रण नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हो सकता है निमंत्रण मिले और ना भी मिले, लेकिन इससे क्या फर्क पड़ता है. हम नीतीश कुमार के साथ हैं और रहेंगे. अगर वो बुला लेते हैं, तो अच्छी बात है. अगर नहीं बुलाते हैं तो हमको कोई गिला नहीं है.
बिहार पॉलिटिक्स में मांझी कितने मजबूत ?
- 2015 के चुनाव में HAM को मिला था 2% वोट
- 21 सीटों में से सिर्फ एक सीट पर मिली थी जीत
- 2020 के चुनाव में HAM के वोट फीसदी में आयी गिरावट
- 2020 में HAM को 0.89% वोट मिला, 4 सीटों पर जीत
- जीतनराम मांझी बिहार में मुसहर समुदाय के सबसे बड़े नेता
- मुसहर जातियों की आबादी करीब 55 लाख- जीतनराम मांझी
- सरकारी आंकड़े में मुसहर जाति की आबादी 30 लाख से कम
क्यों नाराज हैं मांझी ?
- कैबिनेट में अधिक भागीदारी चाहते हैं मांझी
- कैबिनेट में HAM को मिला सिर्फ एक पद
- लोकसभा सीट पर सस्पेंस से मांझी नाराज
- HAM की कई सीटों पर RJD की दावेदारी
- HAM की दावे वाली 4 सीटें हैं RJD का गढ़
33 साल में मांझी ने 7 बार बदली पार्टी
- 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार बने विधायक
- 1990 में कांग्रेस छोड़ जनता पार्टी में हुए शामिल
- 1996 में जनता दल को छोड़ RJD में हुए शामिल
- 2005 में मांझी ने RJD का भी दामन छोड़ा
- 2005 में JDU में शामिल हुए जीतनराम मांझी
- 2015 में मांझी ने JDU से भी कर दी बगावत
- 2015 में जीतनराम मांझी ने बनाई नई पार्टी HAM
- जीतनराम मांझी ने BJP के साथ किया गठबंधन
- चुनाव में हार के बाद 2017 में बीजेपी का छोड़ा साथ
- 2017 में UPA में शामिल हो गए जीतनराम मांझी
- 2020 में UPA छोड़ फिर NDA के साथ आए
- 2022 में NDA छोड़ महागठबंधन के साथ सत्ता में आए
HIGHLIGHTS
Source : News State Bihar Jharkhand