प्यार में इंसान सारी दीवारों को तोड़ देता है. सारी सीमाओं को पार कर लेता है. पाकिस्तान की खदीजा नूर ने भी कुछ ऐसा ही किया अपने प्यार से मिलने के लिए उसने भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर को पार कर तेलंगाना के एक युवक से मिलने चली आई लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया. जिसके बाद उसे जेल में डाल दिया गया. वो आई तो थी अपने प्रेमी से मिलने उसका दीदार करने लेकिन आज 84 दिनों बाद भी वो सीतामढ़ी जेल में बंद है और अपने वतन पाकिस्तान वापस लौटने का इंतजार कर रही है.
84 दिनों से सीतामढ़ी जेल में है बंद
पाकिस्तान की युवती 84 दिनों से सीतामढ़ी जेल में बंद है. भारतीय युवक के प्यार में पाकिस्तानी युवती खदीजा नूर भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के भिट्ठा से भारत में प्रवेश कर रही थी. इसी दौरान एसएसबी ने उसे पकड़ लिया था. खदीजा 84 दिनों से सीतामढ़ी जेल में बंद है. 16 दिन पूर्व जमानत भी मिल गई लेकिन स्थानीय दो जमानतदार नहीं मिलने की वजह से खदीजा को अपने वतन लौटने का इंतजार है.
प्रेमी से मिलने सरहद सीमा पार कर आई थी भारत
84 दिन पूर्व खदीजा सीतामढ़ी जिले के भारत नेपाल बॉर्डर के भीठामोर से पकड़ी गई थी. उसके साथ दो युवक भी पकड़े गए थे. इंटरनेट के जरिए खदीजा को तेलंगाना के एक युवक से प्यार हो गया था. पाकिस्तानी युवती भारतीय युवक के प्यार में सरहद सीमा पार कर भारत आना चाहती थी लेकिन पकड़ी गई खादिजा के पास से कोई संदेहास्पद एवं आपत्तिजनक सामान नहीं बरामद हुआ था. जिसके कारण इसके जासूस होने की संभावना भी वहीं समाप्त हो गई थी. लेकिन अवैध तरीके से बगैर वीजा पासपोर्ट के भारतीय सीमा में घुसने के कारण पाकिस्तानी युवती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
16 दिन पहले मिली चुकी जमानत फिर भी जेल में बंद
भारत के तेलंगाना के सैयद अहमद से प्रेम करने के बाद खदीजा उससे मिलने की चाहत में आना चाह रही थी. खदीजा नूर पाकिस्तान के फैसलाबाद की रहने वाली है. सीतामढ़ी न्यायालय ने 16 दिन पूर्व खादिजा को जमानत दे दी लेकिन वह आज भी अपने वतन लौटने के इंतजार में सीतामढ़ी जेल में बंद है.
इनपुट - आनंद बिहारी
HIGHLIGHTS
. प्रेमी से मिलने आई थी भारत
. 84 दिनों से सीतामढ़ी जेल में है बंद
. जमानत मिलने के बाद भी जेल में है बंद
Source : News State Bihar Jharkhand