बदमाशों की गोली का शिकार हुए स्वर्गीय पत्रकार विमल यादव के परिजनों से आज 'जाप' चीफ पप्पू यादव ने आज मुलाकात की. उन्होंने सरकार से मांग की है कि विमल यादव की हत्या करने वालों को 3 महीने के अंदर स्पीडी ट्रायल के जरिए फांसी की सजा मिले. साथ ही पप्पू यादव ने ये भी सवाल किया है कि क्या ऐसा नीतीश सरकार कर पाएगी? हम दिवंगत विमल जी की पत्नी समेत सभी बच्चों की सुरक्षा की मांग सरकार से करते हैं. पप्पू यादव ने विमल यादव के परिजनों को ₹4000000 बतौर मुआवजा और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की भी मांग नीतीश सरकार से की है.
पप्पू यादव ने आगे कहा कि विमल जी से भी शरीफ कोई हो सकता है क्या? हम यह समाज से पूछना चाहते कि आखिर कब तक अपराधियों को तवज्जो दिया जाएगा? विमल यादव की हत्या एक पार्टी के महामंत्री सदानंद सिंह के साले भतीजे ने किया है, क्या उसकी भी गिरफ्तारी होगी? उन्होंने पुलिस पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि घटना के बाद पुलिस ने आनन फानन में खानापूर्ति के लिए 4 लोगों की गिरफ्तारी तो कर ली, लेकिन शूटर समेत उनकी हत्या करने वालों को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
पप्पू यादव ने कहा कि मेरा मानना है कि जब सभी दलों में अपराधियों को संरक्षण दिया जाएगा और समाज भी अपराधियों को तवज्जो देगी तो एक अकेला पप्पू यादव क्या कर लेगा? मुजफ्फरपुर से लेकर मोतिहारी और अररिया तक लगातार हत्या की घटनाओं में लड़ाई लड़ रहा हैं, लेकिन जब समाज ही नेताओं और अपराधियों को तवज्जो देगी तो क्या यह हत्या का दौर रुकेगा ? जरा सोचिएगा. उन्होंने कहा कि अभी हमने उनके परिजनों को फिलहाल ₹50000 की आर्थिक मदद दी है और उनके सभी बच्चों को हमने गोद ले लिया है जिनकी पढ़ाई का जिम्मा जन अधिकार पार्टी लेती है.
विमल यादव की बदमाशों ने कर दी थी हत्या
आपको बता दें कि शुक्रवार 18 अगस्त 2023 की अहले सुबह दो बाइक पर सवार चार अपराधी पत्रकार के घर पर पहुंचे और उसे आवाज देकर बुलाया. जैसे ही पत्रकार गेट खोलकर बहार निकले तो अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दिया. पत्रकार की हत्या से परिजनों में खौफ का माहौल दिख रहा है. पत्रकार विमल यादव अपने भाई की हत्या के एकमात्र चश्मदीद गवाह थे. उन्हें बदमाशों के द्वारा गवाही देने से रोका जा था.
HIGHLIGHTS
- पत्रकार विमल यादव के परिजनों से पप्पू यादव ने की मुलाकात
- नीतीश सरकार से की सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग
- विमल यादव की पत्नी को दिया 50,000 रुपए का मदद
- बच्चों की पढ़ाई लिखाई कराने का उठाया जिम्मा
Source : News State Bihar Jharkhand