केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपने भतीजे हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान को खुला चैलेंज दिया है. हाजीपुर से चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है और कहा है कि चाहे जो हो जाए वो आए या उनकी मां आ जाए वो नहीं रोकेंगे चुनाव लड़ेंगे हाजीपुर से बाकि का फैसला खुद यहां की जनता करेगी. उन्होंने कहा कि मैं तो एनडीए का उम्मीदवार हूं देखते है चिराग किस दल से आते हैं. वहीं उन्होंने ईडी द्वारा की जा रही कार्रवाई के सवाल पर कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है . यहां सिर्फ लालू यादव पर ही नहीं कई नेताओं पर ईडी कार्रवाई कर रही है.
हाजीपुर से चुनाव लड़ने का दिया चैलेंज
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस हाजीपुर के सर्किट हाउस अपने कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे. जहां सबसे पहले उन्होंने चिराग पासवान द्वारा स्थापित रामविलास पासवान के मूर्ति पर उन्होंने माल्यार्पण किया. सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि भतीजे चिराग पासवान को हाजीपुर से चुनाव लड़ने की चुनौती देता हू साथ ही ये भी कहा कि वह आए या उनकी मां चुनाव लड़े, मैं तो एनडीए का उम्मीदवार हूं देखते है चिराग किस दल से आते हैं, लेकिन किसी भी दल से आए जनता फैसला करेगी.
केंद्रीय मंत्री ने भतीजे पर पिता के अपमान का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि तीन जगहों पर रामविलास पासवान की प्रतिमा आनन फानन में लगा दिया गया है, लेकिन कहीं शेड नहीं है तो कहीं प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो चुकी है. वो यही नहीं रोकें उन्होंने ऐलान करते हुए कहा की हाजीपुर में लगे प्रतिमा के ऊपर शेड लगवाने में जितना पैसा लगेगा वह अपने वेतन से देंगे और प्रतिमा पर शेड लगवाया जाएगा.
सर्वेंट क्वाटर में ठहराया था मां और बहन को
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब रामविलास पासवान का शव पटना आया था तो उनकी पहली पत्नी और दोनों पुत्रियों को छूने भी नहीं दिया गया था. चिराग से पूछिए उस दिन उसकी बहन और मां नहीं थी. उन लोगों को सर्वेंट क्वाटर में रखता था. ये उनका कैसा प्यार था.
Source : News Nation Bureau