बिहार के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव लाख दावा कर लें कि स्वास्थ्य महकमें के हालात अच्छे हो गए हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. खासकर सदर अस्पतालों की हालात में अभी सुधार नहीं हो रहे हैं. आलम ये है कि सदर अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से अब मरीजों की मौत भी होने लगी है. ताजा मामले में समस्तीपुर सदर अस्पताल की अव्यवस्था ने एक शख्स की जिंदगी छीन ली. कहने को तो सदर अस्पताल, समस्तीपुर में दर्जनों ऑक्सीकॉन्सल्टेंटर मशीनें हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर खराब है और इसका नतीजा ये होता है कि जरूरतमंद मरीजों को सही समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाता और उनकी मौत हो जाती है.
ऑक्सीजन की वजह से हुई मौत
ताजा मामले में दलसिंह सराय अनुमंडल अस्पताल से देव भूषण ईसर नाम के मरीज को ब्लड और ऑक्सीजन की कमी की वजह से डॉक्टरों द्वारा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था. सदर अस्पताल में मरीज को खून चढ़ाया जा रहा था और इसी दौरान उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। मरीज को ऑक्सीजन दिया गया, लेकिन कुछ ही समय में एक के बाद एक कई ऑक्सीकॉन्सल्टेंटर मशीन खराब होते चले गए. बाद में मरीज के परिजनों की शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा सेंट्रल सप्लाई के जरिए मरीज को दूसरे बेड पर शिफ्ट कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया.
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डॉक्टरों ने क्या कहा?
परिजनों का आरोप है कि कुछ घंटों के बाद ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी गई और जब मरीज की बेचैनी बढ़ने लगी तब वहां मौजूद कर्मचारियों द्वारा खराब पड़े ऑक्सीकॉन्सल्टेंटर को लगा दिया गया और ऑक्सीजन के अभाव में मरीज की मौत हो गई. मामले में चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की मौत ब्लड रिएक्शन के कारण हुई है.
सदर अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट भी बंद
सदर अस्पताल में बना ऑक्सीजन प्लांट भी बंद पड़ा है. वहीं, मरीज की मौत पर अस्पताल के मैनेजर का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीकॉन्सल्टेंटर पूरी तरह से मौजूद है. जांच के बाद पता चल पाएगा कि मरीज की मौत क्यों हुई है.
रिपोर्ट: मन्टुन रॉय
HIGHLIGHTS
. सदर अस्पताल समस्तीपुर का हाल
. मरीजों के लिए ऑक्सीजन भी नहीं मिलता
Source : News State Bihar Jharkhand