बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट सामने आने के बाद पटना में आज सर्वदलीय बैठक आयोजित हुई. सचिवालय में सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाकपा माले और ओवैसी की पार्टी AIMIM ने आरक्षण बढ़ाने की मांग उठाई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विचार करेंगे. वहीं, बीजेपी ने कुछ जातियों में उपजातियों की अलग-अलग गणना पर सवाल उठाए. बीजेपी नेता हरि सहनी ने पूछा कि कुछ जातियों की उपजातियों के साथ काउंटिंग की गई है. जबकि कुछ की बिना उपजातियों के हुई है. यह पूरी तरह से गलत है. इससे उन लोगों की पहचान कैसे हो पाएगी और विकास कैसे होगा.
नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी कर सियासी माइलेज ले रहे हैं. नीतीश का कहना है कि जल्द ही आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट भी जारी की जाएगी. हालांकि, बीजेपी इस रिपोर्ट से खुद को भी जोड़कर देख रही है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि जब बिहार में बीजेपी और जेडीयू साथ में थी तभी जातीय जनगणना की रूपरेखा तैयार की गई थी.
Source : News Nation Bureau