बिहार में बने राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत कैसी है इसका पोल खुद पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने खोला है. मुख्य न्यायाधीश एपी साही ने कहा कि एनएच 106 जोकि मधेपुरा को उदाकिशुनगंज से जोड़ता हैं उसपर चलकर ऐसा एहसास हुआ जैसे रेगिस्तान में चल रहा हूं. अपने अनुभव को साझा करने वाले मुख्य न्यायाधीश एपी साही स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे जनहित याचिका में तब्दील करते हुए शुक्रवार को सुनवाई करने का आदेश दिया हैं. इसके साथ ही राज्य के महाधिवक्ता को इस सुनवाई के दौरान उपस्थित रहने के लिए कहा गया है.
मुख्य न्यायधीश ने कोर्ट में बताया कि जब वो कोसी इलाके के जिलों के निरीक्षण करने गए थे तब उन्हें एनएच 106 पर 35 किलोमीटर की दूरी तय करने में उन्हें 2 घंटे का वक्त लग गया. यह काफी दयनीय स्थिति है जो लोगों परेशान करती है.
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उन्होंने कहा कि चारों तरफ धूल थी. बच्चों से लेकर बड़े तक, सभी अपने नाक और मुंह पर कपड़ा लेकर चल रहे थे. जब उन्होंने एक स्थानीय इंजीनियर से इस बाबत पूछा तब उसने बताया कि इसकी जिम्मेदारी एक कंपनी को दी गई थी जो एक साल पहले ही इस काम को छोड़कर चली गई थी. जिसकी वजह से काम अधूरा रह गया.
Source : News Nation Bureau