Patna Traffic Police: बिहार की राजधानी पटना में बाइक से स्टंट कर इंस्टाग्राम पर रील अपलोड करना चार शोहदों पर भारी पड़ गया. पुलिस के निशाने पर चारों ऐसे चढ़े कि घर से बाइक उठा ली गई और जुर्माना भी चुकाना पड़ गया. पुलिस ने बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर से उनका मोबाइल नंबर निकाला, फिर घर का पता ढूंढा और चार वाहन समेत चालक को उठा लिया.
मिली जानकारी के अनुसार उनके वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर और चालक का लाइसेंस निलंबित एवं रद्द करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने परिवहन विभाग को अनुशंसा भी की है. जब्त चार बाइक में एक के रजिस्ट्रेशन नंबर से भी छेड़छाड़ की गई थी. इस बाबत वाहन मालिक पर फर्जीवाड़े की भी प्राथमिकी की गई है.
मामले पर बोले ट्रैफिक एसपी
ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है जो स्टंटबाजी और हुड़दंग कर शहरवासियों को परेशान करते हैं. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी पुलिस नजर गढ़ाए हुए है. अब तक 35 वाहनों को चिह्नित किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे वाहन चालक न सिर्फ यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं, बल्कि अपने साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डालते हैं. इनमें चार वाहनों पर कार्रवाई हुई है. अन्य वाहन चालकों का सत्यापन करा विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी ताकि दोबारा कोई ऐसी हरकत न कर सके.
महंगी पड़ेगी बाइक की तेज गति
ट्रैफिक एसपी ने बताया कि डेंजरस ड्राइविंग (खतरनाक परिचालन) के लिए मोटरयान अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का परिवहन विभाग को अधिकार है. परिवहन विभाग को सबूत के साथ आरोपित वाहन चालकों से संबंधित जानकारी भेजी गई है. इन्हें उक्त धारा में 20-20 हजार रुपये और जुर्माना देना होगा. गौरतलब है कि युवाओं के सिर पर सोशल मीडिया पर अधिक लाइक और सब्सक्राइबर्स पाने का खुमार चढ़ा हुआ है. इस चक्कर में युवा खतरनाक स्टंट कर रहे हैं. एक जब्त गाड़ी पर चालक ने तो यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक आइडी भी लिख रखा था.
एसपी ने दी ये चेतावनी
नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों को एसपी ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि शहर में लगे सीसी कैमरों से लगातार मानिटरिंग की जा रही है। इस दौरान पाया जा रहा है कि कुछ वाहन चालक धड़ल्ले से नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। वे कैमरे की जद में आने से बचने के लिए वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से छेड़छाड़ जैसे एक नंबर को टेप से ढंक लेना, नंबर प्लेट मोड़ देना आदि कृत्य कर रहे हैं। वे सावधान हो जाएं, क्योंकि पकड़े जाने पर फर्जीवाड़ा और सरकारी संपत्ति (परिवहन विभाग द्वारा निर्गत नंबर प्लेट) से छेड़छाड़ करने के आरोप में प्राथमिकी की जाएगी। इसमें 10 वर्षों की सजा है। यदि वे आन स्पाट नहीं पकड़े गए तो इंटरनेट मीडिया सेल से तकनीकी सहायता लेकर पुलिस उनके घर तक पहुंच जाएगी।