Patna Violence : जेठुली में अब भी कर्फ्यू जैसे हालात, करीब 250 लोगों पर FIR दर्ज
पटना सिटी के जेठुली में अभी भी कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं. पुलिस-प्रशासन की ओर से स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी है. इस मामले में दो केस दर्ज किए गए हैं.
पटना सिटी के जेठुली में अभी भी कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं. पुलिस-प्रशासन की ओर से स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी है. इस मामले में दो केस दर्ज किए गए हैं. पहला केस गोली लगने से घायल नागेंद्र राय के बयान पर दर्ज किया गया है, जिसमें उमेश राय, बच्चा राय, सत्येंद्र राय समेत 30 लोगों को हत्या के आरोप में नामजद अभियुक्त बनाया गया है. जबकि दूसरी ओर पुलिस के बयान पर 45 को नामजद और 200 अज्ञात ग्रामीणों पर मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में अभी तक पुलिस ने छापेमारी कर बच्चा राय समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि हंगामा और उत्पात मचाने वाले 14 नामजद को गिरफ्तार किया गया है. जेठूली में फिर से कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए 3 दिन तक वहां करीब 60 पुलिस बल की तैनाती रहेगी.
गाड़ी निकालने को लेकर विवाद
आपको बता दें कि घटना की शुरुआती जांच में यही निकल कर सामने आया है कि गाड़ी निकालने के विवाद में ये पूरी घटना घटित हुई है. दरअसल चना रिक और मुनारीक राय दो भाइयों के घर के ठीक सामने बच्चा राय के दो ट्रकों से गिट्टी अनलोड किया जा रहा था. इसी इसी दौरान मुनारीक राय का भतीजा अपनी गाड़ी को निकालने के लिए ट्रक ड्राइवर के पास पहुंचा और उस से अनुरोध किया कि ट्रक थोड़ा साइड कर लो ताकि मैं गाड़ी निकाल लूं, लेकिन ट्रक ड्राइवर उससे उलझ गया और फिर वह बच्चा राय को लेकर घटनास्थल पर पहुंचा और बच्चा राय घटनास्थल पहुंचते ही चनारीक राए और मुनारीक राए से उलझ गया.
3 लोगों की मौत
उनकी पिटाई करने लगा. जब चनारीक राए के परिजन घटनास्थल पर इसका विरोध करने पहुंचे तो बच्चा राय, उमेश राय और उसके अन्य भाई-भतीजे और बड़ी तादाद में समर्थकों के साथ फायरिंग करने लगे, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि स्थानीय नदी थाना घटनास्थल पर मौजूद था और उसी के सामने एक के बाद एक 5 लोगों को गोली मार दी गई. जिसमें 2 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और गंभीर रूप से घायल हैं. मुनारीक राए ने इलाज के दौरान सोमवार को पीएमसीएच में दम तोड़ दिया. घटना के चश्मदीदों ने बताया कि घटना किस कदर हुई, इसमें एक बात तो जरूर पता चली कि इलाके में बच्चा और उमेश राय का वर्चस्व है और सारे अवैध धंधों में उनकी संलिप्तता रही है और इसमें पुलिस का सहयोग भी उन्हें मिलता रहा है.