बेगूसराय में बीते दो दिनों से शराबबंदी को सफल बनाने के लिए चलाए जा रहे महाअभियान में उत्पाद विभाग के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. उत्पाद विभाग पर कार्रवाई के दौरान ज्यादाती और बेवजह निर्दोश लोगों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाकर परिजनों ने अस्थाई हाजत सदर प्रखंड कार्यालय के डीआरसीसी के सामने SH55 को पूरी तरीके से जाम कर दिया है. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने कहा कि जब तक अधिकारी एसएच 55 पर आकर वार्ता नहीं करते हैं और गिरफ्तारी का वाजिब कारण नहीं बताते हैं तब तक सड़क जाम लगा रहेगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सीबीआई और नारकोटिक्स से भी बढ़कर उत्पाद विभाग लोगों पर कहर ढा रही है.
अझौर गांव की एक महिला ने कहा कि उसका पुत्र जो कि ट्यूशन से पढ़कर घर आया था और घर में खाना खाने के लिए बैठा हुआ था. तभी पुलिस उसे घर से गिरफ्तार कर लिया. महिला ने आरोप लगाया कि घर में रेड के दौरान उत्पाद विभाग की टीम में महिला पुलिस नहीं थी. वहीं दूसरी तरफ डीआरसीसी गेट को पूरी तरीके से उत्पाद पुलिस ने बंद कर रखा है. तनावपूर्ण माहौल के बीच डीआरसीसी के अंदर शराब पीने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए. लोगों के परिजन सड़क पर उतरे हुए हैं.
इस दौरान मंझौल बेगूसराय मुख्य पथ पर मंझौल और बेगूसराय की ओर से गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है. बताते चलें कि बेगूसराय जिले भर में शुक्रवार और शनिवार को उत्पाद विभाग के द्वारा चलाए गए महा अभियान में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर डीआरसीसी के अस्थाई हाजत में बंद कर रखा है. इसके बाद शनिवार की रात और रविवार की सुबह हुई उत्पाद पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित परिजन डीआरसीसी गेट के सामने सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हुए हैं. लोगों का आरोप है कि बेवजह दर्जनों ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो निर्दोष हैं, जो ना शराब पिए हुए हैं, ना उनके पास से शराब बरामद हुआ है. इसके बावजूद भी लोगों को उत्पाद विभाग छोड़ नहीं रही है. इसी से नाराज होकर सड़क जाम किया है.
Source : News Nation Bureau