कटिहार के अमदाबाद प्रखंड अंतर्गत भवानीपुरखट्टी पंचायत के बबला बनना गांव में एक समय में 10 हजार से अधिक आबादी रहा करती थी, लेकिन कटाव से और कटवा के डर से लगभग पांच हजार से अधिक आबादी अबतक अपने अपने आशियाने को छोड़ पलायन कर चुके हैं. जहां लोग अपने आशियाने बसाने के लिए अपनी जिंदगी की गाढ़ी कमाई को उस पर लगा देते हैं, लेकिन अपने ही हाथों अपने आशियाने को छोड़ लोग पलायन को मजबूर हैं. छह हजार से भी अधिक लोगों का आशियाना गंगा में विलीन हो चुका है.
सौतेला व्यवहार कर रही है सरकार
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सरकार अमदाबाद के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. इसलिए जब तक कटाव निरोधी कार्य नहीं होता है तबतक हम अब सरकार को वोट नहीं देंगे. बबलाबनना गांव जहां कुल पांच वार्ड था जिसकी कुल आबादी लगभग दस हजार थी, लेकिन हर वर्ष गंगा नदी के कटाव में हजारों एकड़ खेती करने योग जमीन से लेकर बसने के जमीन तक को गंगा ने निगल लिया. इस कटाव के आगोस में अब तक पांच सरकारी स्कूल के साथ साथ कई गांव गंगा में समा चुके हैं.
डरे सहमे हुए हैं लोग
अब बबलाबनना के लगभग छह हजार की आबादी कहीं बंगाल तो कहीं झारखंड, यहां से पलायन कर चुके या फिर कहीं बांध के सहारे अपना दिन काट रहे हैं, लेकिन बचे कूचे लगभग चार हजार लोग आज भी गांव के सरण में हैं. हालांकि प्रशासन के द्वारा थोड़ा बहुत कटाव निरोधी कार्य किया गया है, लेकिन वह गंगा नदी के कटाव के आगे तुच्छ साबित हो रहा है. ग्रामीण कटाव के मंजर से इतने डरे सहमे हुए है कि कटाव के बात से ही उनकी रूह कांप उठती है.
सिर्फ और सिर्फ दिया जाता है आश्वासन
आज भी लोग आपने आशियाने को छोड़ पलायन को मजबूर हैं, लेकिन अबतक इसके लिए प्रशासन के तरफ से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कटाव का हवाई सर्वेक्षण कर लगभग 6 किलोमीटर कटाव स्थल को चिन्हित किया था, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. यह तक की कुछ दिन पूर्व ही कटिहार सांसद और विधायक जायजा लेकर गए हैं, लेकिन मिला तो सिर्फ आश्वासन ही है. कटाव के समय थोड़ा बहुत कार्य कराया जाता है जो की सिर्फ और सिर्फ लूट खसोट और पैसा उगाही का धंधा बन गया है.
HIGHLIGHTS
- पांच हजार से अधिक लोग आशियाने को छोड़ कर चुके हैं पलायन
- सौतेला व्यवहार कर रही है सरकार
- डरे सहमे हुए हैं लोग
- सिर्फ और सिर्फ दिया जाता है आश्वासन
Source : News State Bihar Jharkhand