बिहार (Bihar) के गया में क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. वंदे भारत मिशन के तहत 30 वर्षीय व्यक्ति हाल ही में विदेश से बिहार लौटा था. इसके बाद उसे क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. जहां उसने छत से नीचे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि मृतक विक्की गोपालगंज (Gopalganj) जिले का रहने वाला था. वह तीन जून को सऊदी अरब के जेद्दा से लौटा था, जिसके बाद उसे बोधगया के निगम मठ में बने पृथक-वास में रखा गया था.
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एसएसपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में लगता है कि वह मानसिक तनाव में था. अधिकारी ने बताया कि घटना से पहले मृतक के परिवार वालों ने उसे फोन किया था. विक्की गया से 200 किमी दूर अपने घर जाने के लिए बेताब था. विक्की के मेडिकल स्क्रीनिंग करने के बाद के उन्हें निगमा मोनास्ट्री (क्वारंटाइन सेंटर) में क्वारंटाइन किया गया था. जहां सैकड़ों विदेशी क्वारंटाइन हैं.
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जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति की कोविड-19 के लिए उसकी ट्रूनेट जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. इस कारण कोरोना वायरस की विस्तृत जांच के लिए उसका नमूना नहीं भेजा गया. अधिकारियों ने कहा कि इस घटना पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए गया के संभागीय आयुक्त असंगबा चुबा एओ ने इस कथित आत्महत्या की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं.
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बता दें कि कोविड-19 से सुरक्षा और बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के दौरान विभिन्न देशों में फंसे भारतीय प्रवासियों को वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से हवाईजहाज से लाया जा रहा है. इस मिशन के तहत बिहार के भी कई लोगों को लाया जा चुका है. बिहार के लिए लैंडिंग प्वाइंट गया जिले को बनाया गया है. जहां से उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जाता है.
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