बिहार की राजधानी पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों की एक टीम ने सारण जिले के एक गांव की रहने वाली 14 वर्षीय लड़की के पेट से करीब नौ किलोग्राम वजन के ओभेरियन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया. चिकित्सकों की इस टीम का नेतृत्व डॉ अनिल कुमार कर रहे थे. डॉ. अनिल ने बताते हैं कि सारण जिले के दिगवारा की रहने वाली लड़की की जांच की गई और तत्काल सर्जरी का सुझाव दिया गया. इसके बाद उसका कोविड का परीक्षण किया गया, जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई. तत्काल उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि कोविड के कारण ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टरों को दो सप्ताह से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा. पीड़ित लड़की का वजन 40 किलोग्राम था. उन्होंने कहा कि गुरुवार को सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया. सर्जरी विभाग के डॉ. जगजीत पांडे और डॉ. अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम ने कहा कि ट्यूमर का आकार 34 गुणा 32 सेंटीमीटर था.
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अनिल ने कहा कि इतना बड़ा ट्यूमर फेफड़ों और आंत जैसे अन्य आंतरिक अंगों पर उच्च दबाव डालता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है और परिवार की ओर से चिकित्सा सलाह लेने में यह सरासर लापरवाही थी. ट्यूमर समय के साथ और अधिक बढ़ता चला गया. उन्होंने कहा कि कम उम्र में ओभेरियन ट्यूमर की घटना ज्यादातर अनुवांशिक होती है. उन्होंने कहा, "मरीज कोविड के इलाज में था, इस कारण हमें अधिक जटिलताओं की आशंका थी, लेकिन सर्जरी के बाद सभी शारीरिक मापदंडों को उचित पाया गया." एम्स के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. अनिल कहते हैं कि ओवरी में ट्यूमर को हटा देने के बाद अब यह मां भी बन सकेगी. टीम में अन्य लोगों में एनेस्थीसिया के डॉ. निशांत सहाय और डॉ. सरफराज और सर्जरी विभाग के डॉ. हेमेंद्र और डॉ. सतीश शामिल थे.
HIGHLIGHTS
- चिकित्सकों की इस टीम का नेतृत्व डॉ अनिल कुमार कर रहे थे
- सारण जिले के दिगवारा की रहने वाली लड़की की जांच की गई और तत्काल सर्जरी का सुझाव दिया गया
- परिवार की ओर से चिकित्सा सलाह लेने में यह सरासर लापरवाही थी
Source : IANS