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पायलट बाबा का बिहार से है खास नाता, भारत-पाक युद्ध में भी दिया था अपना योगदान

पायलट बाबा, रोहतास जिले के विशुनपुरा के निवासी थे. 1957 में भारतीय वायु सेना में शामिल होकर उन्होंने 1962 के भारत-चीन और 1965-71 के भारत-पाक युद्धों में भाग लिया. उन्हें कई सम्मान प्राप्त हुए.

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Ritu Sharma
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Pilot Baba

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Pilot Baba: महायोगी पायलट बाबा जिन्हें कपिल अद्वैत के नाम से भी जाना जाता है. पायलट बाबा का 86 वर्ष की आयु में मंगलवार को मुंबई के कोकिला बेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया. बाबा पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे और उनके निधन की खबर से सासाराम सहित पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी. पायलट बाबा के आश्रम के शिष्य और कार्यकर्ता गहरे शोक में डूब गए हैं और उनके भक्तों के बीच अपूरणीय क्षति का अहसास हो रहा है.

पायलट बाबा का सासाराम से जुड़ाव

वहीं सासाराम शहर में पायलट बाबा का एक भव्य आश्रम स्थित है, जिसे उन्होंने अपने जीवनकाल में स्थापित किया था. इस आश्रम परिसर में सोमनाथ महादेव का एक विशाल मंदिर है, जिसका लोकार्पण नवंबर 2022 में किया गया था. इस आयोजन में देश के विभिन्न पीठों के पीठाधीश्वर, योग गुरु बाबा रामदेव और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए थे. आश्रम परिसर में भगवान बुद्ध और भगवान शिव की 80 फीट ऊंची प्रतिमाएं भी स्थापित हैं, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.

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पायलट से महायोगी बनने की कहानी

इसके अलावा आपको बता दें कि रोहतास जिले के नोखा प्रखंड के विशुनपुरा गांव के मूल निवासी पायलट बाबा का असली नाम कपिल सिंह था. उन्होंने 1957 में भारतीय वायु सेना में एक पायलट के रूप में सेवा की शुरुआत की. वे 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 तथा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों में भाग ले चुके थे. भारतीय वायु सेना में अपनी सेवा के दौरान उन्हें कई सम्मान प्राप्त हुए थे.

साथ ही आपको बता दें कि पायलट बाबा की जीवन यात्रा में एक अहम मोड़ तब आया जब वे एक मिग विमान उड़ा रहे थे और विमान ने नियंत्रण खो दिया. उस क्षण में, जीवित रहने की सारी उम्मीदें खोने के बाद, उन्होंने अपने गुरु हरि बाबा को याद करना शुरू किया. उनके विश्वास और साधना के बल पर विमान सुरक्षित उतर गया और इस घटना ने उन्हें आध्यात्मिकता की ओर मोड़ दिया. इसके बाद वे अपने गुरु की प्रेरणा से 'पायलट बाबा' बन गए. हरिद्वार, नैनीताल और उत्तरकाशी में भी उनके आश्रम हैं, जहां उनके अनुयायी आज भी उनके आदर्शों का पालन करते हैं.

शोकसभा और श्रद्धांजलि

इसके अलावा आपको बता दें महायोगी पायलट बाबा के निधन पर सासाराम स्थित सोमनाथ महादेव मंदिर में मंगलवार शाम को एक शोकसभा का आयोजन किया गया. शोकसभा में उनके कैलाश गमन को अपूरणीय क्षति बताते हुए उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर पूर्व एमएलसी कृष्ण कुमार सिंह, अतेंद्र कुमार सिंह, बिजेंद्र सिंह, रमेश सिंह, अरविंद कुमार सिंह, प्रमिला सिंह, मनीष सिंह बबलु, सिद्धेश्वर सिंह, राजीव रंजन सिंह, मोनिका सिंह, डिप्टी सिंह, नंदू सिंह और पूर्व उप मुख्य पार्षद चंद्रशेखर सिंह समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.

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