PK Open Challenge to Tejashwi Yadav: 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसे लेकर सभी पार्टियां तैयारी में जुटी हुई है. वहीं, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी विधानसभा चुनाव से बिहार की राजनीति में अपना सिक्का आजमाने जा रहे हैं. इससे पहले चुनावी रणनीतिकार के रूप में नाम बना चुके पीके लगातार भाजपा और आरजेडी पर हमला करते नजर आ रहे हैं. प्रशांत किशोर भारतीय राजनीति में किसी पहचान के मोहताज नहीं है.अपनी खुद की पार्टी बनाने से पहले वह पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम नीतीश कुमार, ममता बनर्जी तमाम बड़े नेताओं के चुनावी सलाहकार रह चुके हैं.
तेजस्वी बता दें कि समाजवाद क्या होता है?
वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव से पीके नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. सोमवार को वह बिहार के भोजपुर दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव को खुला चैलेंज दे दिया. पीके ने आरजेडी नेता को चुनौती देते हुए कहा कि वह एक हफ्ते का समय ले लें, अच्छी तरह ट्यूशन कर लें और फिर मुझे बताएं कि समाजवाद क्या होता है? उन्हें यह नहीं पता है कि आखिर समाजवाद क्या होता है. जिस दिन वह बिना पेपर देखें 5 मिनट तक समाजवाद के बारे में समझा देंगे. मैं उन्हें नेता मान लूंगा.
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मुख्यमंत्री का बेटा 9वीं फेल
आगे तेजस्वी पर जुबानी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिस बच्चे के माता-पिता मुख्यमंत्री रहे हो और वह 10वीं पास नहीं कर पाया. यह दिखाता है कि उनके परिवार में शिक्षा का क्या महत्व है. एक 9वीं फेल बिहार की विकास की बात कर रहा है. जिसे यह नहीं पता कि आखिर जीडीपी और जीडीपी ग्रोथ होता क्या है?
10-12 हजार की नौकरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा बिहार से बाहर
आगे अपनी बात रखते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हर पढ़ा-लिखा इंसान ही समझदार हो. हमारे परिवार में कई लोग ऐसे होते हैं तो ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते, लेकिन समझदार होते हैं क्योंकि उन्हें चीजों का ज्ञान होता है. तेजस्वी को किसी चीज का ज्ञान नहीं है. प्रदेश में पिछले 30 साल से जो लोग शर्ट के ऊपर गंजी पहन रहे हैं, उन्हें नेता बना दिया जा रहा है. इस बार मैं लोगों से यह अपील करता हूं कि वह यह देखकर वोट ना दें कि कोई किसका बेटा या बेटी है, वह यह देखकर वोट करें कि उनका मतदान ही उनके बच्चों का भविष्य तय करेगा. इसके साथ ही पीके ने बिहार में रोजगार और नौकरी देने की बात करते हुए कहा कि अगर 2025 में हमारी सरकार बनती है तो किसी भी बेटे को मजबूर होकर 10-12 हजार की नौकरी करने के लिए घर से बाहन नहीं जाना पड़ेगा.