बिहार का सोनपुर मेला देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है. जानवरों के लिए फेमस इस मेले में लोगों के मनोरंजन के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. कोरोना के बाद करीब 2 साल बाद एक बार फिर 2022 में सोनपुर मेले का धुमधाम से आयोजन किया गया, लेकिन मेले में प्रख्यात कवयित्री अनामिका जैन अंबर को अपमान का सामना करना पड़ा. जिसे लेकर मेले चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल, खुद कवयित्री पटना एयरपोर्ट से फेसबुक पर लाइव आकर इस पूरे घटना की जानकारी अपने फैंस के साथ साझा करते हुए निराशा जाहिर की. अनामिका ने बताया कि कैसे करीब 1 महीने पहले उनसे सोनपुर मेले में कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था लेकिन जब वह हरिहर क्षेत्र में सोनपुर मेले में पहुंची तो उन्हें स्टेज पर जाने से रोक दिया गया और उन्हें कविता का पाठ नहीं करने दिया गया.
ADM ने कहा सॉरी
अनामिका ने बताया कि कैसे पहली बार उन्हें कवि दिनकर की भूमि से बिना कविता का पाठ किए हुए दिल्ली के लिए वापिस लौटना पड़ रहा है और उनकी गलती क्या है, उन्हें खुद नहीं पता. इसके साथ ही कवयित्री ने कहा कि क्या राष्ट्रीय कवि होना या सच्चाई को लोगों के सामने लाना गलत है. क्या यहां के प्रशासन को यह डर था कि मैं वहां मौजूद हजारों श्रोताओं के सामने उनकी सच्चाई ले आउंगी. इसी डर से मुझे काव्य पाठ करने से रोका गया. अनामिका ने आगे कहा कि खुद एडीएम ने मुझे कविता का पाठ करने से रोकते हुए सॉरी बोला और कहा कि उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि आपको काव्य पाठ करने नहीं दिया जाए.
सपोर्ट करने के लिए कई कवियों को किया धन्यवाद
इसके साथ ही अनामिका ने कहा कि जब उन्हें काव्यपाठ नहीं करने दिया गया तो वहां मौजूद कुछ कवि साथियों ने मेरा समर्थन किया और कहा कि अगर अनामिका जी को काव्य पाठ करने नहीं दिया जाएगा तो वे भी कविता नहीं सुनाएंगे. कवयित्री ने नाम लेते हुए कवि सौरव सुमन, प्रतीक गुप्ता, प्रशांत बजरंगी को धन्यवाद दिया.
फेसबुक लाइव के दौरान अनामिका ने पटना एयरपोर्ट भी दिखाया और बताया कि वह दिल्ली की फ्लाइट के लिए पटना में इंतजार कर रही हैं लेकिन वह बहुत निराश हैं कि बिना काव्यपाठ किए उन्हें वापिस लौटना पड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
. अनामिका अंबर का हुआ अपमान
. फेसबुक पर कवयित्री ने बताई सच्चाई
Source : News State Bihar Jharkhand