बिहार के सुपौल में पुलिस की गुंडागर्दी का एक मामला सामने आया है. मामला निर्मली थाना से जुड़ा है. बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद जेल ले जाते समय रास्ते में पुलिस की गाड़ी से उतारकर विधिज्ञ संघ निर्मली के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता रोशन कुमार गुप्ता व उनके साले की बेरहमीपूर्वक लाठी से पिटाई की गई. उक्त मामले का खुलासा तब हुआ, जब जेल से रिहा होने के बाद जख्मी अधिवक्ता व उनके साले शिवेंद्र कुमार के शरीर पर जगह-जगह गहरे जख्म का निशान देखा गया. अधिवक्ता ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि निर्मली शहर के हटिया चौक के पास गत शनिवार की देर शाम उनके पुत्र सड़क किनारे बाइक पार्क कर दवा और जरूरी सामान खरीद रहे था. इसी बीच बिना नंबर प्लेट वाली पुलिस की गाड़ी गुजर रही थी. इसी बीच सड़क किनारे पार्क बाइक को उठाकर पुलिस थाने ले जा रही थी, उसके पुत्र ने ड्राइविंग लाइसेंस के साथ वाहन संबंधित दस्तावेज और हेलमेट भी दिखाया.
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बावजूद पुलिस बाइक जब्त कर थाना ले जाने लगी. इसी बात को लेकर अधिवक्ता के पुत्र युवक बिभूति भारती ने बिना नंबर प्लेट की गाड़ी में बगैर सीट बेल्ट लगाए पुलिस अधिकारी व कर्मियों पर सवाल उठाते हुए वीडियो बनाने लगा. जिस पर पुलिस अधिकारी भड़क गए और सबसे पहले बिभूति के आई फोन को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया और उसकी पिटाई कर दी. बीच-बचाव में पहुंची उसकी मां के साथ भी पुलिस ने धक्कामुक्की और मारपीट की. बाइक को बेवजह जब्त कर लिया गया. इसके बाद जब सूचना पर वहां अधिवक्ता पहुंचे तो पुलिस ने उनके साथ भी बर्बरता की.
पुलिसिया रौब देख आसपास के लोगों की वहां भीड़ जुट गई. इस दौरान भीड़ में शामिल लोग भी पुलिस के विरोध में थाना के सामने पहुंच गए. थाने के पास भीड़ की सूचना पर वहां निर्मली एसडीएम संजय कुमार सिंह, एसडीपीओ पंकज कुमार भी पहुंचे थे. इसके बाद पुलिस की गलती को छिपाते हुए प्रशासनिक महकमे ने मिलकर महिला पुलिस अधिकारी को जख्मी बताते हुए ना केवल उनका मेडिकल जांच करवाया, बल्कि वीडियो बनाने वाले युवक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी.
इतना ही नहीं पुलिस की पिटाई से जख्मी युवक की मां जब अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली से उपचार के बाद अपने मायके पहुंची तो पुलिस भी वहां पहुंच गई. इस क्रम में महिला के मायके स्थित आवासीय परिसर के ग्रिल को क्षतिग्रस्त कर दिया और रात के समय रिश्तेदार के घर में घुसकर पुलिस ने युवक की जख्मी मां, मामा और अधिवक्ता पिता की पिटाई करते हुए सभी को गिरफ़्तार कर लिया गया. पुलिस ने इस मामले में खुद की कमियां सुधारने की बजाय चंद मिनटों में ही युवक की मां पुष्पा कुमारी, मामा शिवेंद्र कुमार और पिता अधिवक्ता रोशन गुप्ता को घसीटते हुए थाने ले आई. उसके तुरंत बाद ही रातों-रात सभी को वीरपुर भेज दिया गया था.
बताया जा रहा रहा है कि वीरपुर थाना के हाजत में शनिवार को रातभर और रविवार की शाम तक अधिवक्ता, उनकी पत्नी व उनके साले मुन्ना कुमार को रखा गया. इसके बाद तड़के सुबह पुलिस ने अधिवक्ता के पुत्र रविशंकर भारती उर्फ़ राजा कुमार को भी गिरफ्तार कर दिनभर थाना हाजत में रखा और शाम लगभग 5 बजे उसे भी न्यायिक हिरासत में वीरपुर जेल भेज दिया था. इधर, जेल से आने पर जख्मी अधिवक्ता व रिश्तेदार को अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली में भर्ती कराया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल सुपौल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल सुपौल में जख्मी का इलाज चल रहा है. इस पूरी घटना को लेकर सुपौल के प्रभारी डीएम मुकेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. सुपौल एसपी से बात करके इस मामले की जांच कराई जाएगी.
रिपोर्ट- बिष्णु गुप्ता
HIGHLIGHTS
- सुपौल में पुलिस की गुंडागर्दी
- गिरफ्तारी के बाद अधिवक्ता की पिटाई
- इलाज के लिए अधिवक्ता पुहंचा अस्पताल
Source : News State Bihar Jharkhand