बिहार के भागलपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पर एसएसपी आवास के सामने बीती रात घंटों तक हाईवोल्टेज ड्रामा चला. दरअसल, एक मां अपनी बेटी को खोजने की गुहार लगाने के लिए एसएसपी आवास पर पहुंची थी. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने पीड़ित महिला से कह दिया कि साहब संडे को किसी से नहीं मिलते हैं. इसके बाद वह एसएसपी आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गई. हालांकि, बाद में पुलिसकर्मियों ने उस महिला को वहां से हटा दिया.
जानकारी के मुताबिक, मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर मोहल्ले में बीते 16 जुलाई को सुबोध कुमार निराला की 19 वर्षीय बेटी अपर्णा कुमारी अचानक घर से गायब हो गई. परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कुछ भी पता नहीं चला. ऐसे में हार कर परिजनों ने बच्ची के गायब होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई. परिजनों ने अपनी शिकायत में मोहल्ले के ही दीपक कुमार पर बच्ची को शादी की नीयत से बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाने का आरोप लगाया. लेकिन थाने में मामला दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में लड़की के माता-पिता और भाई युवती की बरामदगी की गुहार लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम के आवास पर देर शाम पहुंचे और यहां पर धरने पर बैठ गए.
मधुसुदनपुर थाना प्रभारी और एक पदाधिकारी जब परिजनों को समझा-बुझाकर घर भेजने के लिए पहुंचे तब, लड़की की मां पुलिस वालों के पैर पकड़ कर अपनी बच्ची को वापस लाने की मांग करने लगी. वहीं, पुलिस वाले पीछे हटते नजर आए. परिजनों का आरोप है कि थाने की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई और वरीय पुलिस अधीक्षक के दर पर पहुंचने पर भी गार्ड के द्वारा यह कहा गया कि आज संडे है साहब नहीं मिल सकते. वहीं, घंटों बैठने के बाद जब मीडिया कर्मी वहां से हट गए तब पुलिस वालों ने वहां से परिजनों को डांट- फटकार कर भगा दिया. तीन घंटे से भी अधिक समय तक वे धरने पर बैठे रहे.
Source : Amrit Tiwari