बिहार में जातीय गोलबंदी और मजहबी मुद्दा चुनावी जीत का तय फार्मुला माना जाता है, लेकिन इन दिनों सत्ताधारी नेताओं की कोशिश तुष्टीकरण और विपक्ष के बयान ध्रुवीकरण के आरोपों का सामना कर रही हैं. जबकि मजहबी ध्रुवीकरण वाले बयानों के लिए कुख्यात रहे ओवैसी विकास की बात कर रहे हैं. बिहार के अल्पसंख्यक मतदाताओं पर सभी दलों की नजर टिकी है. सूबे की सियासत में जातीय और मजहबी मुद्दे को हवा देकर अपना हित साधने में चाहे पक्ष हो या विपक्ष कोई पीछे नहीं रहना चाहता. रमजान में ऑफिस टाइम में दी गई छूट को, मुसलिम वोट बैंक को अपने साथ बनाए रखने के लिए तुष्टिकरण के आरोपों का सामना कर रही महागठबंधन सरकार का बचाव करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने बेतुका बयान देते हुए मुसलमानों को ही कनवर्टेड प्रताड़ित दलित बता दिया.
बीजेपी महागठबंधन पर हमलावर
राजनीतिक विशलेषक मानते हैं कि राजनीति में मुसलिम वोट बैंक एकमुश्त और एक पक्षिय वोटिंग के लिए जाना जाता है. ऐसे में अशोक चौधरी के बयान से मुसलिम समुदाय में क्या संदेश जाता है ये तो समय बताएगा, लेकिन इतना तय है कि इस बयान से बीजेपी को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है जिसे भुनाने की कोशिश बीजेपी जरूर करेगी. अब जहां बीजेपी इस बयान को बकवास बता रही है, तो वहीं RJD अशोक चौधरी के बचाव में जुटी है.
ओवैसी भी दिखा रहे तल्ख तेवर
एक तरफ अशोक चौधरी का बयान तो दूसरी ओर AIMIM प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी के दौरे पर घमासान. AIMIM सुप्रीमो सीमांचल के दो दिवसीय दौरे पर हैं और सीमांचल के साथ मुसलमानों के विकास को मुद्दा बनाकर अपनी छिन चुकी जमीन तलाशने में जुटे हैं. पूर्णिया के बाद किशनगंज में भी ओवैसी ने महागठबंधन के खिलाफ हुंकार भरी तो निशाने पर फिर एक बार नीतीश और तेजस्वी रहे.
चुनावी बिसात...
बिहार में ओवैसी की इन्ट्री ने सभी दलों को टेंशन में डाल दिया है. खासकर महागठबंधन को... क्योंकि मुस्लिम बहुल सीमांचल को महागठबंधन का वोट बैंक कहा जाता है. ऐसे में चुनाव से पहले सरकारी सुविधा के साथ सियासी दावे और वादे होते रहेंगे और चलता रहेगा आरोप प्रत्यारोप और विवादित बयानों का दौर, लेकिन इन बयानों का फायदा किसको मिलता है ये तो वक्त ही बताएगा.
HIGHLIGHTS
- मंत्री का बयान..सियासी घमासान
- ये क्या बोल गए अशोक चौधरी..
- बीजेपी महागठबंधन पर हमलावर
- ओवैसी भी दिखा रहे तल्ख तेवर
- चुनावी बिसात... बयानबाजी से बनेगी बात?
Source : News State Bihar Jharkhand