चुनाव आयोग ने कोरोना काल में चुनावों और उपचुनावों को कराने के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है. जनसंपर्क, जनसभाओं से लेकर मतदान तक सोशल डिस्टेंसिंग की कड़ी शर्तों का पालन करना होगा. गाइडलाइंस जारी होने से यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार में चुनाव समय पर ही होंगे. नतीजन राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गर्माहट बढ़ने लगी है. चुनाव आयोग की गाइडलाइन के बाद बिहार में तय समय पर चुनाव होने के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने पटना में राज्य कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक बुलाई है.
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बिहार भाजपा राज्य कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है, जिसमें अक्टूबर-नवंबर महीने में आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने सहित कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा. वर्चुअल रूप से होने वाली इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि यह बैठक शनिवार 22 अगस्त को दोपहर दो बजे फड़नवीस के संबोधन के साथ शुरू होगी, जबकि रविवार 23 अगस्त को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के संबोधन के बाद समाप्त होगी. सांसद जायसवाल ने कहा कि बैठक के दौरान 22 अगस्त को एक राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा. उन्होंने इस बैठक को बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि पार्टी इसके जरिए राज्य के 76 लाख कार्यकर्ताओं को संदेश देगी.
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संजय जायसवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा यह भी कहा कि पार्टी अपनी परंपरागत सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अपने कार्यकर्ताओं को ही चुनाव मैदान में उतारेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी ऐसे लोगों को चुनाव नहीं लड़ाएगी जो भाजपा के सिद्घांतों को नहीं मानते.
उधर, सूत्रों का कहना है बैठक में पार्टी के संगठन का विस्तार करने और अपने सहयोगियों (जदयू और लोजपा) के साथ बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के अलावा विधानसभा चुनावों की रणनीतियों पर चर्चा होगी. जायसवाल ने कहा कि पार्टी राज्य कार्यकारिणी का गठन 20 मार्च को किया गया था, लेकिन राज्य में 22 मार्च को लॉकडाउन हो जाने के कारण इसकी अब तक एक भी बैठक नहीं हो सकी.
Source : News Nation Bureau