Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मजबूती से जुड़े रहेंगे. शुक्रवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में आयोजित एक कार्यक्रम में, जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे, नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने बिहार में जो भी विकास के काम किए हैं, वह भाजपा के साथ मिलकर किए हैं. उन्होंने यह भी दोहराया कि अब वे इधर-उधर नहीं जाएंगे, जो संकेत है कि वे भाजपा के साथ अपनी गठबंधन को जारी रखेंगे.
भाजपा के साथ विकास कार्यों पर जोर
आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि उनका भाजपा के साथ संबंध 1995 से है. उन्होंने राजद का नाम लिए बिना कहा कि बीच में दो बार उन्होंने गलती की और इधर-उधर गए, लेकिन अब यह गलती दोहराई नहीं जाएगी. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को भाजपा के सहयोग से सफलतापूर्वक पूरा करने का श्रेय दिया. उन्होंने बताया कि 2005 से पहले बिहार में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रति माह सिर्फ 39 मरीज इलाज के लिए आते थे, लेकिन 2005 में सत्ता में आने के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए सुधारों के चलते अब हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिमाह 11,000 से अधिक मरीज इलाज कराने आ रहे हैं.
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IGIMS में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
वहीं मुख्यमंत्री ने बताया कि 2005 में सत्ता में आने के बाद उन्होंने आइजीआइएमएस के सुधार पर विशेष ध्यान दिया. यहां पर डॉक्टरों की नियुक्ति के साथ-साथ मरीजों के इलाज के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं. संस्थान में नेत्र बैंक और किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना की गई. हृदय रोगियों के लिए कार्डियक सेंटर बनाया गया और स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की शुरुआत की गई. इसके अलावा, जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित बच्चों के लिए 'बाल हृदय योजना' के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की गई. पहले इन बच्चों को अहमदाबाद भेजा जाता था, लेकिन अब यह सुविधा पटना के आइजीआइएमएस और आइजीआइसी में भी उपलब्ध है.
मुफ्त दवा और जांच की सुविधा
इसके अलावा आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने बताया कि पहले आइजीआइएमएस में मरीजों को दवा और जांच के लिए पैसे देने पड़ते थे, लेकिन अब यहां मुफ्त दवा और जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि पहले संस्थान में बेड की संख्या 770 थी, लेकिन अब 2,500 अतिरिक्त बेड जोड़ने का निर्णय लिया गया है, जिससे वर्तमान में बेड की संख्या 1,370 हो गई है. इस वर्ष के अंत तक 500 और बेड तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा, 1,200 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण अगले वर्ष तक पूरा हो जाएगा, जिससे यहां की कुल बेड संख्या 3,000 तक पहुंच जाएगी.