बिहार में शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच चल रहे मतभेद को लेकर एक बार फिर से चर्चा होने लगी है. दरअसल, बिहार विश्वविद्यालय के अधिकारियों को लेकर बिहार सरकार ने फरमान जारी किया. वहीं, राज भवन के क्षेत्राधिकार में प्रवेश करने को लेकर राज्यपाल की तरफ से इस पर आपत्ति जताई गई और इस आदेश को वापस लेने की बात कही गई है. अब ऐसे में सावल ये है कि क्या राज्य सरकार राज भवन के कार्य क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही है और अगर कर रही है तो यह कितना जायज है. विश्वविद्यालय राजभवन के अधीन कार्य करती है तो वहीं एक ऑटोनॉमस बॉडी है.
बीजेपी ने लगाया ये आरोप
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधान परिषद के सदस्य जीवन कुमार ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है और कहा कि राज्य सरकार राज भवन के कार्यों में हस्तक्षेप कर रही है, जो कहीं से उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि राजभवन के अधिकारों पर ACS साहब अतिक्रमण कर रहे हैं. हम यह मानते हैं कि सरकार राज भवन पर अतिक्रमण करना चाहती है. संविधान ने आपको ताकत दिया है, लेकिन जो करने की ताकत मिली है आप उस पर काम कीजिए. आप राजभवन के कार्यक्षेत्र में हस्तक्षेप कर रहे हैं. ये अपराध है और जो भी इसमें शामिल है उनको सजा मिलनी चाहिए. हम इसकी वकालत करते हैं कि राजभवन पर अतिक्रमण करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो लोग भी इस काम में शामिल है.
RJD ने कर दी ये मांग
वहीं, इस मामले को लेकर RJD ने भी सरकार का समर्थन किया है. RJD प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि देश के अंदर BJP शासित राज्य हो और BJP गैर शासित राज्यों में राज्यपाल की भूमिका को अगर आप देखेंगे तो स्पष्ट हो जाएगा. वहीं, विश्वविद्यालय के वीडियो मामले में राज्य सरकार को हिसाब देना पड़ता है तो ऐसे में राज्य सरकार उसे मामले को देखेगी साथ ही राज्यपाल की भूमिका पर भी उन्होंने गंभीर सवाल खड़े किया और कहा कि केंद्र के इशारों पर राज्य सरकार और राज्य के अंदर महोदय की जो गतिविधियां रहती है. वह कहीं से उचित नहीं है. हम तो मांग करते हैं कि विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं को लेकर अलग से मिलाया जाए और उनको क्षेत्राधिकार से अलग भी किया जाए.
HIGHLIGHTS
- शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच चल रहे विवाद पर सियासी बवाल
- जीवन कुमार ने राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
- राज्य सरकार राज भवन के कार्यों में कर रही है हस्तक्षेप - जीवन कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand