कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला अब बिहार के सियासी गलियारों में भी तूल पकड़ रहा है. इस मामले में बिहार सरकार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के संकल्पों को पूरा कर दिखाया है. क्योंकि श्री राम ने भी तो आदिवासी समाज को सम्मान और संगठित कर रावण का अंत किया था और प्रधान मंत्री ने भी देश के सर्वोच्च शिखर पर उसी आदिवासी समाज की महिला को बिठाने का कार्य किया है. तो कांग्रेस की बेचैनी बढ़ी है.
प्रमोद कुमार ने कहा कि अब जब कांग्रेस की मुखिया से जब ED द्वारा पूछताछ की जा रही है तो इनके नेता बेचैन हैं मंत्री ने कॉमेंट करते हुए कहा कि ED के इंटरव्यू में ये लोग कोई सत्याग्रह के मामले में इंटरव्यू देने थोड़े न गए थे? बल्कि ये लोग तो पच्चास साल में जो लुटे है उसका जवाब देने जा रहे हैं.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 'राष्ट्रपत्नी' कहकर संबोधित किया, जिस पर बीजेपी ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया. सदन में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जोरदार तरीके से इसकी मुखाफलत की. अब अधीर रंजन चौधरी ने अपने इस बयान के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर माफी मांगी है.
अधीर रंजन चौधरी ने अपनी चिट्ठी में कहा कि मैंने आपके पद को परिभाषित करने के लिए गलती से एक अनुपयुक्त शब्द का इस्तेमाल किया था. मुझे इसका खेद है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ऐसा सिर्फ जुबान फिसलने की वजह से हुआ था. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं और उम्मीद करता हूं कि आप मुझे माफ कर देंगी.
Source : Ranjit Kumar