Advertisment

बिहार में चुनावी साल के शुरू होते ही 'पोस्टर पॉलिटिक्स' शुरू!

बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. दोनों पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ पोस्टर जारी कर आरोप लगाए हैं.

author-image
Kuldeep Singh
एडिट
New Update
बिहार में चुनावी साल के शुरू होते ही 'पोस्टर पॉलिटिक्स' शुरू!

बिहार में चुनावी साल के शुरू होते ही 'पोस्टर पॉलिटिक्स' शुरू!( Photo Credit : News State)

Advertisment

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नए साल की शुरुआत के साथ राजनीतिक दलों के बीच 'पोस्टर पॉलिटिक्स' शुरू हो गई है. बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) ने गुरुवार को पोस्टर के जरिए जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से '15 साल बनाम 15 साल' को लेकर 'हिसाब दो' की मांग की तो राजद ने भी शुक्रवार को पोस्टर के जरिए ही जवाब दिया और जद (यू) के 15 साल को 'झूठ की टोकरी' बताकर विधि-व्यवस्था के बहाने निशाना साधा.

जद (यू) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पटना के मुख्य चौराहे पर पोस्टर लगाया. पोस्टर पर लालू-राबड़ी के शासनकाल को लेकर तंज कसते हुए नीतीश कुमार के शासनकाल को बढ़ते बिहार के रूप में दिखाया गया है. माना जा रहा है कि इस पोस्टर के जरिए जद (यू) ने एक तरफ अपने विकास के मुद्दे को लेकर राजद को घेरने की कोशिश की है, तो दूसरी ओर राजद के शासनकाल के कथित 15 साल के 'जंगल राज' का भय दिखाकर चुनाव में जाने का संकेत दिया है. इस बीच, राजद ने भी पोस्टर के जरिए ही शुक्रवार को जद (यू) को जवाब दिया है. राजद के प्रदेश कार्यालय के समीप और पटना में कई जगहों पर राजद की तरफ से रंग-बिरंगे पोस्टर लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः सीएम आवास में भूत छोड़कर गए थे लालू यादव, नए साल पर नीतीश कुमार ने सुनाया किस्सा

पोस्टर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी को टोकरी सर पर रखे हुए दिखाया गया है और पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा है 'झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा'. नीति आयोग-भारत सरकार द्वारा प्रमाणित. टोकरी में जनादेश घोटाला, काला धन, विधि व्यवस्था, छात्रवृत्ति घोटाला सहित कई चीजें रखी गई दिखाई गई हैं. पोस्टर को पूरी तरह कॉर्टून का रूप दिया गया है, और आने-जाने वाले लोग इस पोस्टर को एकबार जरूर देख और पढ़ रहे हैं. जद (यू) ने गुरुवार को पटना के आयकर गोलंबर के पास लगे पोस्टरों पर हालांकि किसी संगठन, पार्टी और व्यक्ति का नाम नहीं है, परंतु इन पोस्टरों पर 'हिसाब दो-हिसाब लो' के साथ ही 15 साल बनाम 15 साल लिखा हुआ है.

यह भी पढ़ेंः सुशील मोदी बोले- साल 2020 एनडीए की सफलता का नया कीर्तिमान गढ़ेगा

पोस्टर पर राजद के 15 साल के शासनकाल और जद (यू) के शासनकाल की तुलना की गई है. पोस्टर पर लालू-राबड़ी दिख रहे हैं और पीछे खून के धब्बे, आग और अपराध को दर्शाया गया है. पोस्टर के दूसरी तरफ हाथ जोड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हैं और पीछे बिहार में हुए सड़क निर्माण तथा अन्य भवनों की तस्वीर के साथ विकास को दिखाया गया है. इस पोस्टर के विषय में राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जद (यू) को बहस की खुली चुनौती दी और कहा कि राजद, जद (यू) की चुनौती स्वीकार करता है. उन्होंने यह भी कहा कि "लोकतंत्र में विधानसभा से बड़ा कोई बहस का स्थान नहीं हो सकता. सत्ता पक्ष विधि-व्यवस्था, घोटालों को लेकर बराबर बहस से भागता रहा है."

यह भी पढ़ेंः गणतंत्र दिवस की परेड में बंगाल-महाराष्ट्र के बाद बिहार की नहीं दिखेंगी झांकियां, राजद का हमला

राजद ने कहा कि जनता के सवालों के जवाब नहीं सूझ रहे तो जद (यू) नेता पोस्टर-बैनर से खीझ उतार रहे हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भी जद (यू) ने एक पोस्टर जारी कर राजग के 15 साल बनाम 15 साल के शासन को दिखाते हुए राजद की तुलना गिद्घ से की थी और खुद को कबूतर दिखाते हुए शांति का प्रतीक बताया था. बहरहाल, बिहार विधानसभा चुनाव में अभी बहुत देर है, जो इस साल के अंत में हो सकता है. परंतु राज्य में चुनाव की तपिश अभी से ही बढ़ने लगी है, जिसे इन पोस्टरों के जरिए महसूस किया जा सकता है.

Source : IANS

Nitish Kumar Bihar RJD JDU poster politics
Advertisment
Advertisment