बिहार में इस साल के आखिर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी सरगर्मी बढ़ी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पोस्टर की जंग भी छिड़ी है. राजधानी पटना में एक बार फिर पोस्टर लगाए गए हैं, जिनके जरिए नीतीश सरकार पर हमला बोला गया है. राष्ट्रीय जनता दल की ओर से आज करीब 6 अलग-अलग पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टरों में 'लालू बनाम नीतीश' दर्शाया गया है.
इन पोस्टर में लालू यादव के लिए जनता का मददगार, बिहार की बेहतरी, जनता ही भगवान, बिहार का बल और जनसेवा का जनक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. जबकि नीतीश कुमार को बिहार से छल, जनादेश का अपमान, कुर्सी की सनक, जनादेश का तस्करी और व्यापारी बताया गया है.
गौरतलब है कि नए साल की शुरुआत के साथ ही पहले दिन से बिहार में 'पोस्टर पॉलिटिक्स' जारी है. राजनीतिक दल पोस्टर के जरिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. शनिवार को भी पटना में जगह-जगह पोस्टर लगे थे. नए साल में सबसे पहला पोस्टर सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) ने लगाया. पोस्टर के जरिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से '15 साल बनाम 15 साल' को लेकर 'हिसाब दो' की मांग की. इसके बाज आरजेडी ने भी पोस्टर के जरिए ही जवाब दिया और जेडीयू के 15 साल को 'झूठ की टोकरी' बताकर विधि-व्यवस्था के बहाने निशाना साधा. इस पोस्टर वॉर में कांग्रेस और बीजेपी भी कूद पड़े. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि 1990-2005 के बिहार का वास्तविक पोस्टर बनाया जाए, तो वह इतना भयावह होगा कि नई पीढ़ी कांप जाएगी. तो उधर, शनिवार को राजधानी पटना में कांग्रेस ने पोस्टर लगाए और नीतीश सरकार पर हमला बोला.
Source : News Nation Bureau