बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर 'पोस्टर' लगाए गए हैं. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इस पोस्टर ने सूबे की सियासी सरगर्मी को बढ़ा दिया है. राजधानी में इनकम टैक्स चौराहे पर एक पोस्टर लगाया गया. इसमें तस्वीरों को दर्शाते हुए पिछली राजद सरकार के कामों का हिसाब मांगा गया है और नीतीश सरकार के काम का हिसाब दिया गया है. हालांकि यह पोस्टर किसने लगाया है, इसे लेकर अब तक कोई भी सामने नहीं आया है. न ही पोस्टर में किसी पार्टी, संगठन या व्यक्ति के नाम का उल्लेख है. पोस्टर के माध्यम से आरजेडी पर हमला बोला गया है.
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पोस्टर में '15 साल बनाम 15 साल' लिखा गया है. एक 15 साल को राजद कार्यकाल के रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिसमें नाकामियों को दिखाया गया है. दूसरी तरह 15 साल को नीतीश कुमार के कार्यकाल को दिखाया गया है, जिसमें तमाम उपलब्धियों और उनके कामों का गिनाया गया है. पोस्टर में एक तरफ लालू यादव और राबड़ी देवी को तस्वीर लगी है, दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोटो लगाया गया है.
गौरतलब है कि पिछले महीने पटना के कई इलाकों में ऐसे पोस्टर लगाए गए थे. जेडीयू ने ही यह पोस्टर जारी किया था. जिसमें 15 साल बनाम 15 साल लिखा गया. एक 15 साल को राजद कार्यकाल के रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिसमें 'गिद्घ' की तस्वीर लगाई गई थी. वहीं दूसरे 15 साल को नीतीश कार्यकाल की ओर 'कबूतर' की तस्वीर लगाई गई है, जिसको भय बनाम भरोसा के रूप में दिखाया गया.
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इससे पहले पटना के वीरचंद पटेल और हवाईअड्डा मार्ग के किनारे भी पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश के लापता होने की जानकारी देते हुए कई संदेश लिखे हुए थे. कई पोस्टरों में से एक पोस्टर पर लिखा था, 'गूंगा-बहरा और अंधा मुख्यमंत्री. इसके बाद नीतीश कुमार की तस्वीर थी और सबसे नीचे लिखा थी- लापता, लापता, लापता.' बहरहाल बिहार में पोस्टर पर सियासत गरमा गई है. अब देखना यह है कि अगला पोस्टर कब और कहां लगेगा.
Source : News Nation Bureau