चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने शनिवार को ये वादा किया कि अगर उनकी जन सुराज पार्टी राज्य में सरकार बनाती है तो एक घंटे के अंदर बिहार में शराबबंदी को हटा दिया जाएगा. जब उनसे 2 अक्टूबर को पार्टी के स्थापना दिवस को लेकर विशेष योजनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “2 तारीख के लिए किसी विशेष तैयारी की तैयारी की जरूरत नहीं है. हम बीते दो साल से तैयारी कर रहे हैं...उन्होंने कहा कि अगर जन सुराज सरकार बनी तो एक घंटे के अंदर शराबबंदी खत्म कर देंगे.''
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उन्होंने मौजूदा शराबबंदी को "सबसे फर्जी" बताते हुए कहा कि राज्य को हर साल लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं शराब माफिया और अधिकारी अवैध व्यापार से पैसा कमाना जारी रखते हैं. जन सुराज प्रमुख ने कहा कि वह नीति के खिलाफ बोलना जारी रखेंगे. महिला वोट बैंक खोने से नहीं डरते हैं. उन्होंने कहा, "चाहे मुझे महिलाओं का वोट मिले या नहीं, मैं शराबबंदी के खिलाफ बोलना जारी रखूंगा क्योंकि यह बिहार के हित में नहीं है."
2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी की थी
किशोर ने सीएम नीतीश कुमार द्वारा 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी की आलोचना करते रहे हैं. जहरीली शराब से होने वाली मौतों और मेथनॉल से होने वाले अंधेपन को नियंत्रित करने में असमर्थता को लेकर विपक्ष ने इस नीति की आलोचना की है. राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर महिलाओं द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया था.
किसने हाथ जोड़कर माफी मांगी
प्रशांत किशोर ने बिहार के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार दोनों की आलोचना की. दोनों नेताओं के बीच चल रहे वाकयुद्ध पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “यह मामला नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच का है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि किसने हाथ जोड़कर माफी मांगी. दोनों ने बिहार को नुकसान पहुंचाया है. बिहार की जनता ने इन दोनों को 30 साल तक देखा है. हम उन दोनों से बिहार छोड़ने का आग्रह कर रहे हैं.”