भारत का 15वां राष्ट्रपति चुनाव को लेकर 18 जुलाई को मतदान किया जा रहा है, लेकिन इस बीच विपक्ष के राष्ट्रपति प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने एक तरह से 'हार' मान ली है. वैसे तो एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत शुरू से ही लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन एक प्रत्याशी के तौर पर यशवंत सिन्हा ने जो कहा है वह कहने के लिए कम से कम चुनावी परिणाम आने तक का तो इंतजार किया ही जाना था.
दरअसल, विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि ये चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाले दिनों में ये दिशा तय करेगा कि भारत में प्रजातंत्र बचेगा या धीरे-धीरे समाप्त हो जाए. अभी तक मिले संकेतों से पता चलता है कि हम समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं.
यशवंत सिन्हा ने कही बड़ी बात
एक प्रकार से यहां यह कहना सही होगा कि यशवंत सिन्हा को अपनी हार का आभास हो चुका है और शायद इसलिए ही वह इस तरह की बात कह रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
Source : News Nation Bureau