गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की शानदार जीत हुई. कुल 4,809 मतदाताओं में से 64 वर्षीय मुर्मू ने 540 सांसदों सहित 2,824 मतदाताओं से वोट हासिल किया, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों सहित 1,877 मतदाताओं का वोट मिला. यह स्पष्ट हो गया कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की शानदार जीत को भी कुछ क्रॉस वोटिंग से मदद मिली थी. सत्तारूढ़ भाजपा ने दावा किया कि संसद के दोनों सदनों के 17 सांसदों और राज्यों के 126 विधायकों ने संबंधित पार्टी लाइनों का उल्लंघन किया और मुर्मू को वोट दिया.
कई क्षेत्रीय दलों ने भाजपा के खिलाफ अपने राजनीतिक विरोध के बावजूद, राष्ट्रपति भवन में मुर्मू को देखने की इच्छा व्यक्त की थी. द्रौपदी मुर्मू ने केरल से एक वोट भी जीता है, जहां भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास 140 सदस्यीय राज्य विधानसभा में एक भी विधायक नहीं है.
झारखंड जो सिन्हा का गृह राज्य है, 81 में से केवल नौ विधायकों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री का समर्थन किया है. महाराष्ट्र में जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने विश्वास मत के दौरान 164 वोट जीते, मुर्मू को 181 विधायकों का समर्थन प्राप्त था. आंध्र प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड में सिन्हा को एक भी वोट नहीं मिला. भाजपा शासित असम में 25 विपक्षी विधायकों ने मुर्मू का समर्थन किया.
Source : News Nation Bureau