चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन सेंट्रल जेल मोतिहारी में सजा काट रहे बंदी व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया, जिसमें छठ करने वाली दो मुस्लिम महिला भी है. उसने भी पूरे विधि विधान से सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया. दोपहर बाद से ही जेल के अंदर बने घाट पर जेल में बंद अन्य कैदियों ने छठ गीत से पूरा परिसर को छठमय बना दिया. एक ही घाट पर महिला और पुरुष व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. सेंट्रल जेल मोतिहारी के अधीक्षक विदु कुमार ने बताया कि छठ को लेकर जेल के अंदर श्रद्धा और भक्ति का महौल है और पर्व के मद्देनजर शुद्धता और पवित्रता का पूरा ख्याल रखा गया है. जेल में बंद 112 महिला-पुरुष व्रति बंदियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया, जिसमें 67 महिला और 45 पुरुष बंदी शामिल है.
छठ करने वाली दो मुस्लिम महिला खुशबू तारा और जैबून नेशां ने भी पूरे विधि विधान से संध्या अर्घ्य दिया. सेंट्रल जेल मोतिहारी में छठ करने वाले सभी बंदियों के लिए पूजा की सारी व्यवस्थाएं कारा प्रशासन ने किया. जेल प्रशासन बंदी व्रतियों को नया कपड़ा दिया है. साथ ही पूजा का प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ी, आटा समेत अन्य पूजा सामग्री उपलब्ध कराया है. इसके अलावा सूप, टोकरी, फल, प्रसाद व गन्ना की व्यवस्था भी जेल प्रशासन ने की है.
रिपोर्टर- रंजीत कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand