बिहार (Bihar) में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है और इसके लिए राजनीतिक दलों ने अपनी कवायद तेज कर दी है. एक समय बिहार की राजनीति में पोस्टर और प्रचार के जरिये खुद को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार बताने वाली पुष्पम प्रिया एक बार फिर से एक्टिव हो गईं हैं. बिहार की राजनीति में अचानक से अवतरित हुईं पुष्पम प्रिया ने आज मुख्यमंत्री आवास के निकट पहुंचकर अपना एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में पुष्पम प्रिया ने इसमें आज से राजनैतिक व्यवस्था और राजनेताओं पर कई सवाल खड़े किये हैं. ऐसे अब भी ये साफ नहीं है कि पुष्पम प्रिया क्या करेंगी, चूंकि अब तक ये इसी वीडियो और बेनर पर ही दिखती रही हैं.
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पुष्पम प्रिया ने 9 मार्च 2020 को अंग्रेजियत यानी पंख लगे सफेद घोड़े के साथ पार्टी का ऐलान किया था. खुद को सीएम उम्मीदवार बताने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी पार्टी का नाम 'प्लूरल रखा. अखबारों के पहले पेज पर विज्ञापन देकर पुष्पम प्रिया ने बिहार के सीएम पद की दावेदारी की थी. विज्ञापन में पुष्पम प्रिया किताबों के आलमीरा के आगे तीक्ष्ण निगाहों से घूरते हुए खड़ी हुई थीं, उसके बगल में लिखा था- 'सीएम कैंडिडेट बिहार 2020.'
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पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इसकी घोषणा की थी. पुष्पम ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'बिहार को बदलाव की जरूरत है और प्लूरल के पास इसके लिए 2025 एवं 2030 का रोडमैप है.' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में बिहार में बदलाव और विकास की बात की थी. साथ ही राज्य की जनता से अपनी पार्टी से जुड़ने की अपील की थी. बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी लंदन से पढ़ी-लिखी हैं और वह पूर्व विधान पार्षद विनोद चौधरी की बेटी हैं. विनोद चौधरी दरभंगा के रहने वाले हैं. पुष्पम सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं.
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गौरतलब है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल-यूनाइटेड के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घोषित मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं. उधर विपक्षी महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव की दावेदारी है.
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