नीतीश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना. गरीब और जरूरतमंद छात्रों की हायर स्टडीज में कोई परेशानी ना आए. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना को लागू किया था, लेकिन अफसर शाही और लाल फीताशाही की वजह से अब इस योजना पर सवाल उठने लगे हैं. जिन जरूरतमंदों को इसका लाभ मिलना चाहिए, उन तक ही इस योजना का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. जिसकी वजह से अब इस योजना पर सवाल उठने लगे हैं. किसी भी युवा और छात्र का यह सपना होता है कि वह पढ़ लिख कर कोई ओहदा हासिल कर सके और ना सिर्फ अपना सपना बल्कि अपने माता-पिता के सपने को भी पूरा कर सके, लेकिन कई बार पैसों की कमी की वजह से युवाओं का सपना पूरा नहीं हो पाता.
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स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लेकर उठे सवाल
यही पूछ कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लागू किया था. ताकि जरूरतमंद और मेधावी छात्रों को पैसे की कमी के चलते पढ़ाई ना छोड़नी पड़े, लेकिन बैंकों और अधिकारियों की मनमानी की वजह से यह योजना भी सवालों के घेरे में आ चुकी है. जिन लोगों को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए. अब वहीं इस पर सवाल उठा रहे हैं. जिस योजना को काफी जोर-शोर से लागू किया गया था. अब उस पर सवाल उठने लगे हैं, जिसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि जरूरतमंद स्टूडेंट्स को अगर इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है तो यह बेहद दुखी है और इस और सरकार को ध्यान देना होगा.
योजनाएं तोड़ रही दम
भले ही कांग्रेस सरकार में शामिल है, लेकिन कांग्रेस नेता का भी मानना है कि धरातल पर बैंकों और अधिकारियों की मनमानी की वजह से योजनाएं दम तोड़ने लगी है. जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. सरकार की सहयोगी आरजेडी का भी कुछ ऐसा ही मानना है. आरजेडी प्रवक्ता एज्या यादव का कहना है कि सरकार की ये योजना बहुत ही सराहनीय है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसे जितने कारगर तरीके से लागू होना चाहिए. यह लागू नहीं हो पा रहा है और इस और सरकार अब ध्यान देगी.
नीतीश सरकार की कोई भी योजना सफल नहीं
एक बात अच्छी है कि सरकार में शामिल लोग भी मान रहे हैं कि इस योजना को जी कारगर तरीके से लागू होना चाहिए वह धरातल पर नहीं दिख रहा है, लेकिन दूसरी तरफ स्टूडेंट से जुड़े मुद्दे पर भी भाजपा राजनीति से बाद नहीं आ रही है. भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह का साफ तौर पर मानना है कि नीतीश सरकार की कोई भी योजना सफल नहीं है. उन्होंने तो यहां तक दावा कर दिया कि नीतीश सरकार के पास अधिकारियों को देने तक के लिए पैसा नहीं है.
बैंकों की चल रही मनमानी
राजनीतिक आरोप में व्यस्त बीजेपी प्रवक्ता से लगे हाथों हमने ये सवाल भी पूछ ही लिया कि कल तक तो आप भी नीतीश सरकार के ही हिस्सा थे. खुद बीजेपी कोटे से डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी ने भी माना था कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में बैंकों की मनमानी चलती है. वहीं, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की विफलता को लेकर जब जेडीयू प्रवक्ता डॉ सुनील से हमने सवाल किया तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि अगर ऐसी शिकायत है तो सरकार इस पर एक्शन लेगी.
मेधावी छात्रों का भविष्य दांव पर
डॉ सुनील कुमार ने दावा कर दिया की स्टूडेंट से जुड़े मुद्दे पर नीतीश कुमार कोई कंप्रोमाइज नहीं करते, लेकिन सवाल तो यही उठता है कि आखिर कम के इस महत्वाकांक्षी योजना को उन्हीं के अधिकारी क्यों पलीता लगाने में जुटे हुए हैं. जिस योजना को गरीब, बेबस और जरूरतमंद मेधावी छात्रों के लिए लागू किया गया था. जो योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है. आखिर वो योजना जमीन पर क्यों दम तोड़ने लगी है और एक बार फिर से सवाल यही उठने लगा है कि जिस अफसरशाही से बिहार में आम जनता से लेकर जनप्रतिनिधि और मंत्री तक त्राहिमाम कर रहे हैं. क्या उस अफसरशाही की वजह से अब मेधावी छात्रों का भविष्य दांव पर लगने लगा है.
HIGHLIGHTS
- स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लेकर उठे सवाल
- नीतीश सरकार की कोई भी योजना सफल नहीं
- मेधावी छात्रों का भविष्य दांव पर
Source : News State Bihar Jharkhand