बीते दिन संसद में महिला आरक्षण बिल लाया गया है. जिसमें महिलाओं को 33% आरक्षण देने की बात सामने आयी है. वहीं, एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका स्वागत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इसका विरोध किया है और केंद्र सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया है. इस मुद्दे पर दोनों के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. राबड़ी देवी का जहां कहना है कि महिलाओं की भी जाति होती है, केंद्र सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने महिलाओं के लिए अलग आरक्षण की मांग की है.
राबड़ी देवी ने कि ये मांग
दरअसल, संसद में जो महिला आरक्षण बिल लाया गया है. उसमें किसी विशेष जाति का जिक्र नहीं है, हर जाति की महिलाओं को 33% आरक्षण दिया गया है. जहां एक तरफ नीतीश कुमार ने इस विधेयक का स्वागत किया है तो वहीं आरजेडी के सुर बदले हुए हैं. दोनों ने अलग अलग रास्ता अपना लिया है. राबड़ी का कहना है कि SC, ST, OBC महिलाओं को अलग से आरक्षण दिया जाए, क्योंकि महिलाओं की भी जाति होती है. उन्होंने कहा है कि जो 33% आरक्षण दिया गया है. उसमें इस वर्ग की महिलाओं को कुछ भी नहीं दिया गया है. SC/ST के साथ केवल धोखा हो रहा है.
इनको आरक्षण देना अनिवार्य
उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना को तो केंद्र सरकार ने ठंडे बस्ते में ही डाल दिया है. महिला आरक्षण के अंदर वंचित, उपेक्षित,खेतिहर एवं मेहनतकश वर्गों की महिलाओं की सीटें आरक्षित हो. केंद्र सरकार शायद ये भूल गई है कि महिलाओं की भी जाति होती है. राबड़ी देवी ने कहा कि अन्य वर्गों की अगर बात करें तो इनकी तीसरी/चौथी पीढ़ी शिक्षित हो रही है, लेकिन इस वर्गों की महिलाओं की अभी पहली पीढ़ी ही शिक्षित हो रही है. ऐसे में इनको आरक्षण देना अनिवार्य है.
HIGHLIGHTS
- संसद में महिला आरक्षण बिल लाया गया
- महिलाओं को 33% आरक्षण देने की बात
- राबड़ी देवी ने महिला आरक्षण बिल का किया विरोध
Source : News State Bihar Jharkhand