बिहार की सबसे खतरनाक व शोक के नाम से प्रसिद्ध कोसी नदी का जलस्तर में उतार-चढ़ाव के साथ तांडव जारी है. सुपौल में अबतक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. कोसी नदी के तांडव में तटबंध के भीतर बसे 68 गांवों के 80 हजार लोग बेघर हो गए हैं. जबकि पानी घटने के बाद 5 प्रखंड के 130 गांवों में कटाव तेज है. बिना लाइफ जैकेट के अधिकांश लोग नदी पार कर रहे हैं. कोसी बराज से सुबह 8 बजे बढ़ते क्रम में 1 लाख 59 हजार 185 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है.
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बता दें कि शोक के नाम से कोसी को इसलिए जाना जाता, क्योंकि जब कोसी का जलस्तर बढ़ता है तो लोगों के घर डूब जाते है. इसके साथ ही जलस्तर घटने से भी भारी तबाही तब होती है, जब गांव-घरों से लेकर सुरक्षा तटबंधों में भी कटाव तेज होने लगते है.
बहरहाल जिला प्रशासन भी जगह-जगह सुरक्षा के दृष्टिकोण से सजग दिख रहा है. लेकिन प्रभावित क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि अधिकांश जगहों पर राहत शिविर अबतक नहीं खोले गए हैं. ऐसे में लोग खाने और रहने को तरस रहे हैं.
Source : Bishnu Gupta