भारत सरकार की पहल से उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल को जोड़ने वाली सड़क के पहले चरण का निर्माण अब जल्द शुरू होने वाला है. इसका नाम राम-जानकी मार्ग रखा गया है. करीब 240 किलोमीटर लंबे इस सड़क का निर्माण चार लेन में किया जाएगा. इस लेन के बनने के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा के लिए एक और मार्ग मिल जाएगा.राम-जानकी मार्ग के पहले चरण में राज्य के सिवान से मशरख तक कुल 50 किमी लंबाई की चार लेन की सड़क बनेगी. इसकी लागत करीब 1027 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जिसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टेंडर आमंत्रित किया है.
राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि राम- जानकि मार्ग सड़क के हिस्से में कुल चार बाईपास का निर्माण किया जाएगा. इसमें बसंतपुर बाईपास में 14.66 किमी, सीवान बाईपास में 4.63 किमी, मशरख बाईपास में 2.29 किमी शामिल है. पूरे सड़क निर्माण में 1 पुल, 15 अंडरपास, 14 छोटे पुल, 1 आरओबी और दो ग्रेड सेपरेटर शामिल रहेगा.
बिहार से गुजरने वाले इस मार्ग में दो लेन की मंजूरी पहले ही दे दी गई थी, लेकिन बाद में बिहार सरकार ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से अनुरोध करके पूरे मार्ग को चार लेन में बांटने का आग्रह किया. जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया. हालाकिं अब पहले चरण में सीवान से मशरख तक चार लेन में सड़क बनाने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए है.
सड़क निर्माण के बाद से एक ओर नेपाल से अयोध्या आने वाले लोगों को फायदा मिलेगा. वहीं, दूसरी ओर बिहार से यूपी और नेपाल जाने के लिए आवागमन की सुविधा पहले से ज्यादा सुगम हो जाएगी.
Source : Pramod Tiwari