रामनवमी हिंसा मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जांच के साथ ही की गई ये अहम मांग
रामनवमी के दिन देश के कई राज्यों में निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी. अब इस मामले में सुनवाई सुप्रीम कोर्ट करेगा. शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है.
रामनवमी के दिन देश के कई राज्यों में निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी. जिसमें कई लोग घायल हुए लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ. अभी तक राज्यों में माहौल शांतिपूर्ण नहीं हो सका है. ऐसे में अब बड़ी खबर सामने आ रही है. अब इस मामले में सुनवाई सुप्रीम कोर्ट करेगा. शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. हिन्दू फ्रंट आफ जस्टिस नाम की संस्था ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में जुलूस के दौरान हुए दंगों की जांच की मांग की गई है.
कई राज्यों में हुई थी हिंसा
29 मार्च को रामनवमी के दिन जुलूस निकला गया था लेकिन कई राज्य जैसे कि पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात में जुलूस के दौरान दंगे हुए. इस दंगे में कई भक्त घायल हो गए. दायर की गई याचिका में दंगों में घायल लोग और उनकी संपत्ति का जो भी नुकसान हुआ उसकी मांग की गई है. इसके साथ ही याचिका में जिस भी राज्य में हिंसा हुई है उनके मुख्य सचिवों से रिपोर्ट तलब करने की मांग भी की गई है.
सोची-समझी साजिश के तहत किया गया दंगा
हिन्दू फ्रंट आफ जस्टिस नाम की संस्था ने अपनी याचिका में ये निर्देश जारी करने की भी मांग की है कि कोई भी ऐसा इलाका जो की सिर्फ मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है ऐसे में किसी भी शोभा यात्रा को ना रोका जाए. ये कहकर की ये मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है. याचिका में कहा गया है कि कुछ समुदाय की ये सोची-समझी साजिश के तहत शोभा यात्रा पर हमला किया गया है.
आपको बता दें कि बिहार के सासाराम में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में भारी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्सेज की तैनाती की गई है. वहीं, डीएम एसपी के द्वारा भी लगातार इलाके में नजर रखी जा रही है. बावजूद आज पांचवे दिन असामाजिक तत्वों के द्वारा एक बार फिर घटना को अंजाम दिया गया. बता दें कि कल एडिशनल डीजीपी सुशील खोपड़े ने भी प्रभावित इलाके का दौरा कर इलाके में स्थिति सामान्य होने का दावा किया था.
HIGHLIGHTS
रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
हिन्दू फ्रंट आफ जस्टिस नाम की संस्था ने याचिका की दाखिल
याचिका में जुलूस के दौरान हुए दंगों की जांच की मांग की गई