राम नवमी के अवसर पर बिहार के नालंदा और सासाराम में भड़की हिंसा को लेकर सीएम नीतीश ने सख्त रुख अख्त्यार कर लिया है. आज सीएम नीतीश ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी समेत तमाम शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और हालात का जायजा लिया. बैठक में सीएम ने अधिकारियों को उपद्रवियों से निबटने के सख्त निर्देश दिए हैं. वहीं, सीएम के साथ बैठक खत्म करने के बाद राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी आरएस भट्टी मीडिया से मुखातिब हुए और बैठक में सीएम द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
क्या कहा मुख्य सचिव ने?
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि बिहार के नालंदा और सासाराम में हुई हिंसा को लेकर सीएम नीतीश ने आज अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है और उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हिंसा और उन्माद फैलानेवालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. किसी भी दोषी को छोड़ा ना जाए. सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए. मुख्य सचिव ने कहा कि राम नवमी के अवसर पर राज्य के कई हिस्सों में हिंसा फैलाने की तैयारी थी लेकिन प्रशासन ने हिंसा फैलानेवालों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. जहां हिंसा हुई है वहां प्रशासन ने सख्ती के साथ कार्रवाई की है और हालात को काबू में किया है. उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है और किसी भी हाल में उपद्रवियों को नहीं छोड़ा जाएगा. उपद्रवियों को कानून के माध्यम से सजा दिलाई जाएगी.
अबतक 109 उपद्रवियों की गिरफ्तारी
प्रेस कांफ्रेंस में डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा कि वर्तमान में पूरे राज्य में विधि व्यवस्था नियंत्रण में है. सासाराम और बिहार शरीफ में जो घटनाएं हुई हैं उनमें 109 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है. कानून पूरी ताकत के साथ उपद्रवियों से निबटेगी. राज्य की शांति की व्यवस्था को भंग करने का एक प्रयास था, जिसे प्रशासन द्वारा विफल किया गया है. हम आगे इस तरह की कोई घटना नहीं होने देंगे. उपद्रवियों की पहचान करके उन्हें कानून के दायरे में लाकर सजा दिलाएंगे.
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बम विस्फोट मामले का जुलूस से संबंध नहीं
डीजीपी ने आगे बताया कि नालंदा में एक शख्स की मौत हुई है मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं, सासाराम में बम विस्फोट कांड के मामले में डीजीपी ने बताया कि एफएसएल की टीम मौके पर भेजी गई और ये बात सामने निकलकर आई है जुलूस के दौरान हुई हिंसा से बम विस्फोट का कोई संबंध नहीं है. विस्फोट में घायल हुआ शख्स बम बना रहा था. वह अपराधी है और पहले भी जेल जा चुका है. बम बनाने के दौरान विस्फोट हुआ और शख्स घायल हो गया, डीजीपी ने बताया कि हमें मौके पर जो चीज मिली उससे ये पता लगा है कि जो बम बना रहा था वह खुद ही विस्फोट में घायल हुआ है. कोई हमला नहीं हुआ था. घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अपराधियों द्वारा बम बनाया जा रहा था झोपड़ी में. पहले भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. उसमें 6 लोग घायल हुए हैं. बम विस्फोट का मामला अलग है और जुलूस के दौरान हुई हिंसा से उसका कोई सम्बन्ध नहीं है. बम बनाने वाला घायल हुआ है, उसका इलाज चल रहा है जैसे ही वह ठीक होगा उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले में केस दर्ज किया गया है.
1832 जुलूस निकाले गए बिहार में
डीजीपी आरएस भट्टी ने बताया कि पूरे बिहार में 1832 जुलूस निकाले गए. नालंदा और सासाराम को छोड़कर बाकी सभी स्थानों पर जूलूस शांति पूर्वक सम्पन्न हुए. राम नवमी पर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम रहते हैं और इस बार भी इंतजाम किए गए थे. जहां घटनाएं हुई हैं वहां अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. मामले की जांच की जा रही है, उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है, किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेंगे. वहीं, बिना लाइसेंस और बिना परमिशन के जुलूस निकालने वाले संगठनों के खिलाफ भी डीजीपी ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.
HIGHLIGHTS
- राम नवमी पर भड़की हिंसा पर प्रेस कांफ्रेंस
- मुख्य सचिव और डीजीपी ने की प्रेस कांफ्रेंस
- कहा-राज्य में विधि व्यवस्था सामान्य है
- उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे
Source : News State Bihar Jharkhand