बिहार के कई इलाके पिछले एक महीने से बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं। 19 जिलों में लाखों लोगों के सामने दाल-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। 500 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है। बाढ़ में किसी का घर गिर गया तो किसी के मवेशी बह गए। लेकिन सरकार की अजीब दलील है। सरकार बाढ़ की वजह चूहा को बता रही है। बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह की मानें तो इसकी असली वजह चूहे हैं।
जल संसाधन मंत्री की तर्ज पर ही आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव की भी अपनी दलीलें हैं। वो ये जोर देकर कहते हैं कि चूहे बांध के तटबंधों को कमजोर कर देते हैं। जिससे पानी का वेग आते ही तटबंध टूट जाते हैं। मंत्री जी ने कहा कि चूहों और मच्छरों का इलाज संभव नहीं है।
बांध और तटबंधों की देखरेख के नाम पर हर साल करोड़ों रूपये खर्च किए जाते हैं। ऐसे में अगर बिहार सरकार के भारी भरकम योजनाओं को चूहे ही कुतर डाल रहे हैं तो फिर बिहारवासियों के तो भगवान ही मालिक हैं।
और पढ़ें: 'बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोग जब तक चाहेंगे, चलेगी सामुदायिक रसोई'
Source : News Nation Bureau